पवन दुर्गम,बीजापुर. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गत 14 अप्रैल को जांगला कार्यक्रम में क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य और जिला पंचायत अध्यक्ष जमुना सकनी को वीआईपी पास होने के बावजूद हेलीपेड पर नहीं जाने दिया गया. जिससे नाराज जमुना सकनी ने अपने खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचने और जांगला क्षेत्र की जनता का अपनाम का आरोप लगाकर भूचाल ला दिया है.
जमुना सकनी ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि वे जांगला जिला पंचायत क्षेत्र से दो बार की निर्वाचित सदस्य और बीजापुर जिला पंचायत अध्यक्ष हैं. इस नाते उन्हें प्रधानमंत्री का स्वागत करने का गौरव मिलना चाहिए था. लेकिन प्रधानमंत्री के अगुवानी के लिये हेलीपेड पर जाने से रोकना जांगला क्षेत्र की जनता का अपमान है.
प्रधानमंत्री जब दंतेवाड़ा आये थे तब मुझे और सभी जनप्रतिनिधि और जिला पंचायत अध्यक्षों को देश के प्रधानमंत्री मोदी की अगुवानी का गौरव प्राप्त हुआ था. लेकिन जांगला मेरी खुद की जिला पंचायत क्षेत्र होने के बावजूद कार्यक्रम से जानबूझकर मुझे दूर रखा गया है, जिससे में आहत हूं.
जमुना सकनी ने आरोप लगाया कि जब उन्हें हेलीपेड जाने से सुरक्षाबल के जवान रोक रहे थे उस समय बीजापुर भाजपा जिला अध्यक्ष वेंकट जी,बीजापुर भाजपा के पदाधिकारी और स्वम् क्षेत्रीय विधायक और छत्तीशगढ़ शासन में वनमंत्री महेश गागड़ा भी खुद मौजूद थे मगर किसी ने हस्तक्षेप नही किया और उपेक्षा और अनदेखा कर दिया गया।
सकनी ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में मेरे प्रति एक राजनीतिक षड्यंत्र है. जिसमे स्थानीय भाजपा प्रतिनिधि और शीर्ष नेतृत्व का हाथ हो सकता है.
गौरतलब है कि जमुना सकनी के पति और बीजापुर में क़द्दावर छवि के नेता सकनी चन्द्रिया ने कुछ समय पूर्व ही भाजपा से नाता तोड़कर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का दामन थामा है.