रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने सभी जिलों के कलेक्टर को पत्र लिखा है और दुष्कर्म पीड़ित महिला और बच्चों की पहचान की गोपनीयता को लेकर संवेदनशीलता बरतने और जो लोग इसका उल्लंघन करते हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पांडेय ने पत्र में लिखा है कि भारतीय कानून के मुताबिक, दुष्कर्म पीड़ित महिला या बच्चों की पहचान उजागर गलत है और इनकी गोपनीयता बनाए रखना अनिवार्य है. उन्होंने लिखा कि पिछले दिनों कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जब विभिन्न मीडिया खासतौर पर सोशल मीडिया के द्वारा दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार की पहचान उजागर की गई है. हर्षिता पांडेय ने लिखा है कि ऐसे असंवेदनशील आचरण के कारण दुष्कर्म पीड़ित महिला और बच्चों को विभिन्न सामाजिक और मानसिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है.

छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने दुष्कर्म पीड़ित महिला या बच्चों की पहचान उजागर करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और हरेक स्तर पर पहचान की गोपनीयता के लिए संबंधितों को अवगत कराने जाने के लिए निर्देश दिया है.