नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों की वजह से भारत पिछड़ा बना हुआ है, खासकर सामाजिक पैमाने पर देखें तो. दिल्ली के जामिया मिल्ल्िाया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम संबोधित करते हुए कांत ने यह बात कही. कांत ने कहा, हमने कारोबारी सुगमता तो बढ़ाई है, लेकिन मानव विकास सूचकांक में पीछे बने हुए हैं.’
अमिताभ कांत ने कहा कि मानव विकास सूचकांक में अभी भी 188 देशों में भारत का स्थान 131वां है. ‘बदलते भारत में चुनौतियां’ विषय पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश के दक्षिण और पश्चिम के कुछ हिस्से अच्छा कर रहे हैं और काफी तेजी से तरक्की कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें इन सामाजिक संकेतकों पर ध्यान देना होगा और देश के मानव विकास सूचकांक में सुधार करना होगा.’
इधर नीति आयोग के सीईओ के बयान पर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है. छत्तीसगढ़ में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा जहां-जहां सरकार में है वहाँ-वहाँ विनाश है. नीति आयोग ने बताया है देश में विकास पिछड़ने के पीछे छत्तीसगढ़ सरकार का भी योगदान है. वहीं अमित जोगी ने कहा छत्तीसगढ़ को भारत के पिछड़ेपन का दोषी बताना, छत्तीसगढ़ सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को आईना दिखाना है। इधर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विकास का ढोल पीट रहे हैं, उधर दिल्ली में नीति आयोग और उसके अधिकारी घूम घूम कर छत्तीसगढ़ की पोल खोल रहे हैं .
उधर बिहार में तेजस्वी यादव ने कहा कि नीति आयोग ने एक तरह से नीतीश कुमार के बिहार मॉडल की धज्जियां उड़ा दी है. एमपी, छत्तीसगढ़ में तो 15 साल से भाजपाई सरकारें हैं.