योग मन की शांति और शरीर को स्वस्थ बनाने में बहुत अहम भूमिका निभाता है. अक्सर लोग सोच बैठते हैं कि योग केवल शरीर को लचीला बनाने के लिए ही किया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है।योग के ढेरों आसन हैं, जिनके कई फायदे हैं. योग की सहायता से आप जीवनभर जवां और स्वस्थ बने रह सकते हैं. चक्रासन योग एक ऐसा योग है, जिसको नियमित करने से रीढ़ की हड्डी लचीली बनी रहती है और चेहरे में चमक आती है.

चक्रासन करने से सांस के रोग भी दूर होते हैं, यह आंखों के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है. इतना ही नहीं चक्रासन सर्वाइकल और स्पोंडोलाईटिस जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है. आइए जानते हैं चक्रासन करने का तरीका और इसके फायदे. Read More – Video : ये हैं Pt. Pradeep Mishra के कुछ सरल उपाय और टोटके, दुकान पर लग जाएगी ग्राहकों की लाइन बस कर लें यह काम …

ऐसे करें चक्रासन

  1. चक्रासन योग करने के लिए सबसे पहले किसी साफ और शांत जगह पर जमीन में चटाई बिछाए और कुछ देर रिलैक्स करें.
  2. उसके बाद पीठ के बल सीधा लेट जाएं, दो से चार लंबी सांस लें और अब अपने दोनों घुटनों को मोड़ें और एड़ियों को हिप्स के पास लाए.
  3. अब अपने दोनों हाथ ऊपर उठाकर दोनों हाथों की कोहनियां मोड़ लें और हथेलियों को कंधे के ऊपर जमीन पर रख दें. लंबी सांस ले और धीरे धीरे शरीर के बीच के हिस्से को ऊपर उठाएं.
  4. नजरे दोनों हाथों के बीच एक जगह केंद्रित करे और जब तक संभव हो इस अवस्था में रहे. किसी प्रकार की कोई जोर जबरदस्ती न करें. अंत में धीरे धीरे इस आसन से बाहर आ जाए.

चक्रासन के लाभ

पेट की चर्बी कम करे

पेट कम करने के लिए चक्रासन एक बेहतरीन योगासन है, इसके निरन्तर अभ्यास से पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम किया जा सकता है. साथ कि कमर और साइड की चर्बी कम करने के लिए भी यह फायदेमंद होता है. पेट कम करने के लिए यह इतना कारगर है कि कुछ ही दिनों में आपको चक्रासन के लाभ दिखने लग जाएंगे. लेकिन इसके साथ-साथ अपने खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए.

पाचन शक्ति बढ़ाए

चक्रासन के नियमित अभ्यास से पाचन क्रिया को भी लाभ मिलता है और इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है. पाचन शक्ति मजबूत होने से भोजन जल्दी और अच्छी तरह पचता है, जिससे पेट से जुडी समस्याओं का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है. जो लोग कमजोर पाचन शक्ति की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए चक्रासन और वज्रासन जैसे योग काफी ज्यादा लाभकारी साबित हो सकते हैं.

मजबूत होते है बाल

बालों के लिए भी चक्रासन लाभकारी होता है. चक्रासन की अवस्था में सिर नीचे की ओर होता है जिससे स्कैल्प तक ब्लड अच्छी तरह पहुँचता है. जिससे बाल मजबूत होते है, बालों का झड़ना कम होता हैं और बालों की ग्रोथ अच्छी रहती है. चक्रासन के साथ-साथ शीर्षासन और सर्वांगासन भी बालों के लिए फायदेमंद होते है.

फेफड़ों हों स्वस्थ्य

फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए भी चक्रासन के लाभकारी है. चक्रासन की अवस्था में छाती और फेफड़ों में खिंचाव आता है, जिससे फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते है. इसके साथ ही फेफड़ो के स्वास्थ्य के लिए आप अपने खान-पान पर भी विशेष ध्यान दें. Read More – Deepika-Ranveer 5th Anniversary : ऐसी शुरू हुई थी इनकी Love Story, एक्टर ने बताया कैसी थी पहली मुलाकात …

चक्रासन के मानसिक लाभ

शारीरिक लाभ के साथ-साथ चक्रासन के अभ्यास से मानसिक लाभ भी प्राप्त हो सकते हैं. यह तनाव व चिंता को कम करने में मदद करता है. साथ ही इसके अभ्यास से मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है. इसके अभ्यास से ब्रेन की ओर रक्त संचार बढ़ता है, जिससे ब्रेन के बंद पड़े पुर्जों मे नई जान आने लगती है.

कमर के मसल्स हो मजबूत

कमर की मसल्स और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी चक्रासन का अभ्यास फायदेमंद होता है. इसके नियमति अभ्यास से कमर मजबूत होती है और कमर में लचीलापन बढ़ता है. जिन लोगों को कमर दर्द की शिकायत रहती है वे किसी योग विशेषज्ञ की देखरेख में भी इसका अभ्यास करें तो बेहतर होगा. साथ ही जो लोग घंटों तक एक जगह बैठकर काम करते हैं, उन्हे चक्रासन जरूर करना चाहिए.

चेहरे में आए चमक

चक्रासन के नियमित अभ्यास से चेहरे पर चमक और लालिमा भी बढ़ती है. दरअसल, इस आसन को करने से चेहरे की ओर रक्त संचार बढ़ता है, जिससे चेहरे की त्वचा को काफी लाभ मिलता है. इसके नियमित अभ्यास से फाइन लाइन्स और रिंकल्स की समस्या में भी लाभ मिल सकता है.

चक्रासन में सावधानियाँ

  1. महिलाओ को गर्भावस्था और मासिक धर्म के समय यह आसन नहीं चाहिए.
  2. दिल के मरीज, कमर और गर्दन दर्द के रोगी, हाई ब्लड प्रेशर और किसी भी तरह के ऑपरेशन वाले लोगो को भी यह आसान नहीं करना चाहिए.
  3. चक्कर आने की स्थिति में इसे नहीं करनी चाहिए.
  4. हर्निया, नेत्र दोष एवं गर्दन की दर्द में इसे न करें.
  5. योगाचार्य की उपस्थिति में ही इस आसन का अभ्यास करें.