स्पोर्ट्स डेस्क. मैदान के चारो तरफ शॉट लगाने में माहिर और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अनहोनी को होनी करने में विश्वास रखने वाले सूर्यकुमार यादव की निगाहें अब टेस्ट टीम में जगह बनाने पर टिकी हैं. उन्होंने कहा कि, जल्द ही उन्हें लंबे प्रारूप में खेलने का बुलावा आ सकता है. सूर्यकुमार ने टेस्ट टीम में जगह बनाने के बारे में कहा कि टेस्ट टीम में चयन भी होने वाला है. क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में दुनिया के नंबर-1 बल्लेबाज सूर्यकुमार ने मुंबई की तरफ से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पिछले कई वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है.

क्रिकेट की शुरुआत लाल गेंद से की
सूर्यकुमार ने कहा कि, जब हमने क्रिकेट खेलना शुरू की थी तो लाल गेंद से की थी और मैं मुंबई की अपनी टीम के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलता रहा हूं. मैं टेस्ट प्रारूप के बारे में अच्छी तरह से जानता हूं और मैंने लंबे प्रारूप में खेलने का भी आनंद उठाया है. उम्मीद है मुझे जल्द ही टेस्ट कैप मिल जाएगी.

पूर्व में नजरअंदाज किए जाने से हुई थी निराशा
सूर्यकुमार के खेल को देखते हुए लगता है कि उन्हें 2-3 वर्ष पहले ही राष्ट्रीय टीम में शामिल किया जाना चाहिए था. इस विस्फोटक बल्लेबाज ने भी स्वीकार किया पूर्व में उन्हें नजरअंदाज किए जाने से उन्हें निराशा हुई. उन्होंने कहा कि मैं अक्सर अपने अतीत की बातें करता हूं. जब मैं अपने कमरे में होता हूं या अपनी पत्नी के साथ यात्रा कर रहा होता हूं तो हम 2-3 वर्ष पहले की स्थिति के बारे में बातें करते हैं. आज की परिस्थिति कैसी है और तब में और आज में क्या बदलाव हुआ, हम इस बारे में अक्सर बातें करते रहते हैं.

सूर्यकुमार ने कहा कि निश्चित तौर पर उस समय थोड़ा निराशा हुई थी, लेकिन हम हमेशा इस पर ध्यान देते रहे कि अगर कुछ सकारात्मक है तो हमें उस तरफ ध्यान देना चाहिए. मैं कैसे बेहतर क्रिकेटर बन सकता हूं और कैसे आगे बढ़ सकता हूं.

खुद के स्ट्रोक से कई बार अचंभित हो जाता हूं
सूर्यकुमार ने स्वीकार किया कि उनके कुछ स्ट्रोक उन्हें भी अचंभित कर देते हैं, लेकिन उन्होंने कभी क्रिकेट से आगे निकलने की कोशिश नहीं की. उन्होंने कहा कि मैं जब वापस अपने कमरे में जाता हूं और मैच के मुख्य अंश देखता हूं तो कुछ शॉट को देखकर मैं भी अचंभित हो जाता हूं. मैं अच्छा प्रदर्शन करूं या न करूं, मैं मैच के मुख्य अंश जरूर देखता हूं, लेकिन हां यह सच है कि मैं कुछ स्ट्रोक देख कर हैरान हो जाता हूं.