अमृतांशी जोशी,रेणु अग्रवाल,भोपाल/धार। कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार मामले में नया खुलासा हुआ है। दोनों के बीच (पिंकी मुद्गल और उमंग सिंगार) 2 नवंबर को भी विवाद हुआ था। विवाद के बाद मामला थाने पहुंचा था। बताया जाता है कि थाने में ही रात 3 बजे दोनों के बीच समझौता हुआ था। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ FIR दर्ज नहीं करवाई थी। सिंघार ने पिंकी मुद्गल पर ब्लैक मेलिंग की शिकायत दर्ज करवाई थी और उसी रात दोनों के बीच समझौता हो गया था।
इधर इस मामले पर प्रदेश में सियासत के बाद पुलिस कांग्रेस MLA उमंग सिंघार के बंगले पहुंची। शाहपुरा के बंगले में भी विधायक नहीं मिले। पुलिस ने पंचनामा बनाया और पड़ोसियों के बयान लिए हैं। पड़ोसियों ने बताया कि 2 महीने से बंगले में कोई नहीं आया है।उनकी गिरफ्तारी के लिए सीएसपी देवेंद्र धुर्वे नौगांव पुलिस थाना प्रभारी चंद्रभान सिंह सहित बल ने घर की तलाशी ली। इसके पहले उनकी मां जी से पूछकर घर के अंदर प्रवेश किया। मां ने पुलिस को तलाशी की परमिशन दी। तलाशी में विधायक घर पर नहीं मिले।
कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि- ऐसे लोग गुजरात के सह प्रभारी है तो गुजरात में क्या होने वाला है इसका अंदाजा पलगाया जा सकता है। उमंग जैसे लोगों पर एक आरोप नहीं है इनकी फेहरिस्त में लगी हुई है। लोगों के साथ अन्याय करने की कांग्रेस की श्रृंखला है। इनके बारे में पूरे कांग्रेस संगठन को जवाब देना होगा। उमंग को तत्काल गिरफ़्तार कर जेल भेजना चाहिए। दोबारा पलटकर महिला पर आरोप लगा रहे हैं, ये पूरी तरह से सीनाजोरी है। खुद घटनाओं में लिप्त होते हैं और मातृशक्ति पर आरोप लगाने का प्रयास करते हैं।
कांग्रेस के बीजेपी पर आरोपों को लेकर प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि उज्जैन में मोरवाल के किए गए काम को लेकर आज तक लड़की न्याय मांग रही है। कांग्रेस को थोड़ा तो ईमान और धर्म रखना चाहिए।दिग्विजय सिंह को कुछ कहने की जरूरत नहीं है। कमलनाथ जी से मैं अपील करता हूं की कार्रवाई करे। ये सब बहुत दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य है
कांग्रेस विधायक उमंग सिघार मामले में बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि ये पूरी तरह बीजेपी के षड्यंत्र रच रही है। यात्रा की सफलता का बीजेपी को कोई तोड़ नहीं मिल रहा है। बीजेपी पूरी तरह से अड़ंगे डालने की कोशिश कर रही है। यात्रा के पहले जान बूझकर बीजेपी ने ये पूरा मामला ऐसे खोला है, अगर कुछ सच पाया गया था तो पहले कार्रवाई होनी चाहिए थी। बीजेपी एक आदिवासी विधायक पर इस तरह के आरोप लगा रही है। ये वही विधायक है जिनको बीजेपी ने ऑफर देकर खरीदने की कोशिश की थी। उन्होंने ऑफर नहीं माना इसलिए बीजेपी ऐसे हथकंडे अपनाए हैं।
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