रायपुर। प्रदेश में पत्थलगढ़ी का मामला गरमाया हुआ है. आदिवासी कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत भगत ने निशाना साधते हुए कहा कि पत्थलगड़ी का उद्घाटन भाजपा के नेता और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय ने की है. उन्होंने कहा कि ‘मैं पूछना चाहता हूं कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज है या नहीं’.

अमरजीत भगत ने कहा कि पत्थलगढ़ी आदिवासियों के अधिकारों के साथ हो रही कटौती और अत्याचार का परिणाम है. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता ही उद्घाटन और भाजपा के नेता ही विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब हो रही है. छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का बीते 14 साल में विस्तार हुआ है और अब नक्सली राजधानी तक पहुंच गए हैं.

आदिवासी विरोधी है रमन सरकार- अमरजीत भगत

बता दें कि आज आदिवासी कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत भगत ने प्रेस वार्ता की, जिसमें उपनेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा भी मौजूद रहे. अमरजीत भगत ने रमन सरकार को आदिवासी विरोधी करार दिया. उन्होंने कहा कि कुछ बोनस के नाम पर आदिवासियों को सरकार गुमराह कर रही है. भगत ने कहा कि अब तक सिर्फ 5 लाख लोगों को वन अधिकार पत्र मिले हैं, जबकि 10 लाख आवेदन आने थे.

अमरजीत भगत ने कहा कि सामुदायिक वन अधिकारों के आवेदन निरस्त कर दिए गए. वन भूमि पर काबिज सभी आदिवासियों को वन अधिकार पट्टा दिया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार जब बनेगी, तो सभी आदिवासियों को वन अधिकार पत्र दिया जाएगा.

रमन सरकार आदिवासियों को प्रताड़ित कर रही है- कवासी लखमा

उपनेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा ने कहा कि रमन सरकार आदिवासी को प्रताड़ित कर रही है. मोदी सरकार भी आदिवासियों से जल-जंगल-जमीन छीन रही है.

बस्तर में आदिवासी या नक्सलियों के हाथों मर रहे हैं या पुलिस के हाथों- शिव डहरिया

वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्यकारी अध्यक्ष शिवकुमार डहरिया ने कहा कि आज बस्तर में आदिवासी या तो नक्सलियों के हाथों मर रहे हैं या फिर पुलिस के हाथों.