रायपुर. हाईकोर्ट ने रायपुर और बिलासपुर में दूषित पेयजल के संबंध में 3 सदस्यीय न्यायमित्रों की टीम गठित की थी इस दौरान कोर्ट कमिश्नर मृतक प्रेम यादव के घर भी गये। प्रेम यादव की पत्नी द्वारा बताया गया कि पीलिया खून जांच की रिपोर्ट सेम्पल देने के चार दिनों बाद दी गई . कोर्ट कमिश्नर द्वारा मोवा क्षेत्र में लगाये गये स्वास्थ्य शिविर में भी गये जहां बताया गया कि आज तक लिये गये कुल 223 सेम्पल लिये गये जिनमें से 104 में पीलिया पाया गया । केम्प में बताया कि प्रेम यादव की रिपोर्ट खून सेम्पल लेने के 24 घण्टे में दे दी गई थी। प्रेम यादव की जांच में “बिलीरूबिन टोटल” की मात्रा 19.3 तथा “बिलीरूबिन डायरेक्ट” की मात्रा 14.9 पाई गई थी। कोर्ट कमिश्नर द्वारा रायपुर नगर निगम के जल आपूर्ति विभाग के अधिकारी से संपर्क करने पर रायपुर से बाहर होने के कारण उन्होनें उपलब्ध होने में असमर्थता बताई ।

टीम ने मेकाहार से भी पीलिया से संबंधित आंकड़े लिये। अप्रैल 2018 में  मेकाहारा में छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से आए 31 मरीज पीलिया-हैपिटाइटिस के भर्ती हुए जिनमें से 2 की मृत्यु हो गई। कोर्ट कमिश्नरों की राय में पीलिया प्रभावित क्षेत्रों के उन सभी नागरिकों को जिन्हें पीलिया के प्रांरभिक लक्षण दिखाई दे रहें है को शीघ्रताशीघ्र खून जाचं करवानी चाहिये तथा झाड़-फूंक छोड़कर डाक्टर की सलाह का पूर्ण पालन करना चाहिये.