अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश में स्कूल के शिक्षकों के मनचाहे ट्रांसफर कर दिए गए हैं. जिसका खामियाजा अब छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. उनके भविष्य पर इसका असर देखने को मिलेगा. क्योंकि की कमी के चलते उनकी पढ़ाई नहीं हो रही है. एमपी में 2357 स्कूल शिक्षक विहीन है. जिसमें प्राथमिकता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होगी. ऐसे में नौनिहाल कैसे पढ़ेगा.
मध्यप्रदेश में 2357 स्कूल शिक्षक विहीन है. प्रदेश के सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है. एमपी के 8307 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं. शिक्षा विभाग के आदेश में दावों की पोल खुल गई है. इस साल 25 हजार 905 स्थानांतरण किए गए हैं.
शिक्षक विहीन शालाओं एवं एक शिक्षकीय शालाओं की संख्या में क्रमश: 123 और 1154 की कमी आई है. 2357 शिक्षक विहीन और 8307 एक शिक्षकीय शालाएं हो गई है. 26 हजार शिक्षकों के थोक तबादले के बाद भी भरपाई नहीं हो सकी है. शिक्षकों की अत्यधिक कमी के बाद अब अतिथि शिक्षक रखे जाएंगे. प्राथमिकता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होगी.
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