नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी पूरी तरह एक दूसरे के आमने-सामने आ गई है. चुनाव का प्रचार अंतिम चरण में है. एक तरफ जहां कांग्रेस अपनी सत्ता और साख बचाने के लिए दमखम लगा रही है, तो वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ‘कांग्रेस-मुक्त भारत’ के मिशन को ध्यान में रख कर कर्नाटूक में कमल खिलाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. सोनिया गांधी मंगलवार को कर्नाटक में पहली रैली करने पहुंची. उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने इंदिरा कैंटीन शुरू की, जिसके तहत 10 रुपए में लोगों को खाना मिलता है. केंद्र की मोदी सरकार कर्नाटक के साथ भेदभाव कर रही है. कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने कर्नाटक को नंबर वन राज्य बनाया है. साथ ही कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने 22 लाख किसानों का कर्ज माफ किया है.

चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस विकास का काम कर रही है और दूसरी तरफ मोदी ने चार साल से एक ही काम कर रही है कि कांग्रेस ने जितना भी अच्छा काम किया है उसे सामाप्त कर रही है. मोदी कांग्रेस को खत्म करना चाह रहे है. मोदी की सर पर कांग्रेस मुक्त भारत करने का जुनून सवार है.

भाषण से भरता है पेट

सोनिया गांधी ने सभा के दौरान कहा कि मोदी जी को इस बात का गर्व है कि वह बहुत अच्छा भाषण देते हैं. वे अभिनेता की तरह भाषण देते हैं. अगर उनके भाषण से देश का पेट भर सकता है तो वो और भी भाषण दें. लेकिन केवल भाषण से तो पेट नहीं भर सकता. इसके लिए दाल-चावल चाहिए. सोनिया गांधी ने कहा कि आज महंगाई आसमान छू रही है. लेकिन इन सबकी परवाह न करते हुए मोदी सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस की कीमते लगातार बढ़ा रही है. देश ये देखकर हैरान है कि पीएम जहां भी जाते हैं गलत ही बोलते हैं. इतिहास का अपमान करते हैं.

सोनिया गांधी ने कहा कि क्या आपने कोई ऐसा पीएम देखा है जो असली मुद्दों पर हमेशा खामोश रहता है. उन्होंने पूछा कि जनता से चार साल पहले किए वादों में से कौन सा वादा पूरा हुआ. देश के किसानों के लिए मोदी जी ने क्या किया. रोजगार के लिए क्या किया मोदी जी ने. महिलाओं, अल्पसंख्यकों के लिए क्या किया. सोनिया गांधी करीब दो साल बाद चुनावी सभा या रैली में वापसी हुई है. इससे पहले सोनिया गांधी ने वर्ष 2016 में वाराणसी में आखिरी बार रोड शो किया था.