रायपुर. छत्तीसगढ़ बोर्ड की दसवीं की परीक्षा की मेरिट में यज्ञेश ने पहला स्थान प्राप्त किया है. यज्ञेश ने कहा कि संकल्प ना होता तो यहां मैं आज ना होता, मेरे पेपर बहुत अच्छे गए थे, तो यह लगा था मेरिट में आ सकता हूं, पर टॉप कर जाउंगा यह नहीं सोचा था’
यज्ञेश के माता पिता दोनों सरकारी शिक्षक हैं. यज्ञेश की तीन बहने है, जिनमें सबसे बड़ी बहन शिक्षक है, दूसरी बहन एमएससी मैथ्स से की है, जबकि तीसरी बहन बीएससी मैथ्स की है.
यज्ञेश का सपना वैज्ञानिक बनने का है और उसे मेरिट टॉप आने की सूचना डीएम प्रियंका शुक्ला ने दी. यज्ञेश ने कहा वो बारहवीं तक की पढाई संकल्प से ही करेगा. संकल्प को लेकर वो इस कदर भावुक है कि अपनी सफलता का सबसे पहले हिस्सा उसने कुलदेवी काली और परिवार को दिया तो संकल्प और खुद डीएम प्रियंका को भी उसने सफलता का हिस्सा बताया.
यज्ञेश ने कहा “मुझे दीदी बहुत मदद करती थी, उससे मैं जशपुर के सुपर थर्टी में आया और संकल्प पहुंचा. जहां पढ़ाई बहुत बेहतर हो गई. संकल्प नहीं होता तो कुछ नही होता”
यज्ञेश की मार्कशीट उसकी मेहनत को बताती है.गणित में उसे सौ में सौ नंबर हासिल हुए है.
दुर्ग. मंदिर के पुजारी भारतेंदु मिश्रा की बेटी मानसी ने छत्तीसगढ़ बोर्ड की दसवीं की परीक्षा की मेरिट में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. मानसी के मेरिट में दूसरा स्थान पाने के बाद उसके परिजनो की खुशी का ठिकाना नही है. मानसी बारहवीं के बाद आईआईटी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देना चाहती है.
मानसी ने बताया कि उसने बिना ट्यूशन गये खुद ही पढ़ाई कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है. उसने कहा कि इस स्थन को प्राप्त करने के लिए वह साल भर से टीवी नही देख और न ही उसके पास उसका खुद का मोबाईल है. मानसी ने कहा कि सही मार्गदर्शन मिले तो लक्ष्य प्राप्त करना आसान है. महावीर जैन स्कूल की पढ़ाई के अलावा घर में नियमित अध्यन कर मानसी ने 600 में से 588 अंक लेकर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रही. उसका परिणाम 98 प्रतिशत रहा.
वहीं बेटी की इस उपलब्धि पर उसके मामा—पिता फूले नहीं समा रहे है. माता—पिता का कहना है कि हम पहले ऐसे माता—पिता है, जो अपने बच्चे को बोलते थे कि ‘बेटा हो गया, अब पढ़ना बस कर’
रायगढ़. जिले के पुसौर ब्लाक दो छात्राओं ने टॉप किया है, जिसमें से एक दसवीं और एक बरहवीं की छात्रा है. आदर्श ग्राम भारती विद्या मंदिर की छात्रा अर्चना नंदे ने गणित से 96.6 प्रतिशत अंक हासिल कर टॉप टेन में अपना आठवां स्थान प्राप्त किया है. अपने स्कूल का नाम रोशन किया है और अर्चना बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती आगे की पढ़ाई लिए वो कोटा जा रही है कोटा से वो बायो लेकर पढ़ाई करेगी अंचल के पिता व्यवसाय करते है और अपनी बेटी का टॉप टेन में नाम आने से बेहत खुश है,
अर्चना का कहना है कि उनके दादा को पूरा भरोसा था कि उनकी पोती का नाम टॉप टेन में आएगा. अर्चना ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता—पिता और गुरु को दिया है. जिसके कारण आज उसने यह मुकाम हासिल किया है. अर्चना के दादा का कहना है अर्चना बहुत मेहनती है और पढ़ाई में तेज है. इस बीच अर्चना के दादा की आंखें नाम हो थी.
धमतरी. सरकारी स्कूल की छात्रा जान्हवी पटेल ने दसवी में टॉप 10 में जगह बनाई है. उसने 96.83 % के साथ 9वां स्थान प्राप्त किया है. जान्हवी के पिता सरकारी स्कूल में टीचर है. जान्हवी मगरलोड इलाके के खिसोरा गांव की रहने वाली है और मोहंदी में रहकर पढ़ रही थी. जान्हवी के टॉप टेन में आने के बाद परिवार में ख़ुशी का माहौल है.
जान्हवी ने बताया कि वह डॉक्टर बनना चाहती है. उसने अपनी इस सफलता के लिए अपने माता पिता सहित शिक्षक को इसका श्रेय दिया है. जान्हवी का कहना है कि वह रोजाना 6 घंटे पढ़ाई करती थी. उसने कभी भी कोंचिग नहीं की है.
जान्हवी का भरा पूरा परिवार है. मां गृहणी है, घर में दादा-दादी, चाचा-चाची भाई और छोटी बहन है, उन्होंने इसका श्रेय टीचर और अपने माता पिता को दिया है साथ ही वे भविष्य में डॉक्टर बनने की इच्छा जाहिर की है. रोजाना 6 घण्टे पढ़ाई करती थी लेकिन कभी कोचिंग नही की