महोबा. उत्तर प्रदेश के महोबा जिले का एक जवान मुठभेड़ में शहीद हो गया था. शहीद जवान की आखिरी ख्वाहिश थी कि उसकी बहनों की शादी हो जाए. जवानों ने अपनी दोस्ती की नई मिसाल पेश किया है. जवान के बहन की शादी कराने का जिम्मा 6 जवानों ने उठा लिया और बड़ी धूमधाम के साथ दोस्त की बहन की शादी करवाई है. लोग इनकी खूब सराहना कर रहे हैं.
शहीद सैनिक राकेश चौरसिया की बहन की शादी को उनके साथी सैनिकों ने सम्पन्न कराया है. राकेश चौरसिया के शहीद होने के बाद से ही उसके साथी सैनिक उसके परिवार से संबंध बनाए हुए हैं. सभी सुख-दुख में हाज़िर रहते हैं. अभी हाल में ही जब शहीद की बहन आरती की शादी थी, तब शहीद के 6 साथी सैनिक शादी में शामिल होने के लिए ग्वालियर पहुंचे और पूरी शादी की जिम्मेदारी उठाकर धूमधाम से शादी सम्पन्न कराई है.
नहीं मिली सरकार से कोई मदद
शहीद राकेश चौरसिया के पिता अपने परिवार को पालने के लिए आज भी पैतृक पान की खेती करते हैं. शहीद की शहादत के बाद से आज तक इस परिवार को न तो कोई सरकारी मदद मिली और न ही उसके परिवार को कोई नौकरी मिल पाई. ऐसे में शहीद के साथी सैनिक परिवार के हमदर्द बनकर सामने आए हैं. बीते 30 अप्रैल को ग्वालियर में हुई तीसरी बहन आरती की शादी में इन्होंने 5 लाख रुपए इकट्ठा कर राकेश के परिवार को दिया. यही नहीं सभी दोस्त शादी में शामिल होने भी पहुंचे.
इनकी दोस्ती 2006 में हुई थी
अजय साहा, राजदीप गुप्ता, विनय कुमार, दीपक तिवारी, पंकज मोदी और प्रकाश भदौलिया सीआरपीएफ के शहीद जवान राकेश चौरसिया के बैचमेट्स हैं. दिसंबर 2006 में सीआरपीएफ के गुरुग्राम कैंप के 38वें बैच से 177 जवानों ने ट्रेनिंग पास आउट किया था. ये सभी दोस्त उसमें शामिल थे.
नक्सलियों से मुठभेड़ में जवान हुआ था शहीद
उत्तर प्रदेश के महोबा से रहने वाले राकेश चौरसिया 18 सितंबर 2009 में छत्तीसगढ़ के चिंतागुफा थाना इलाके में हुए सिंघमडगु ऑपरेशन में शहीद हुआ था. शहीद सीआरपीएफ की कोबरा कमांडो बटालियन में शामिल था. शहादत से पहले राकेश ने एक गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. साथ ही दंतेवाड़ा में हुए मुठभेड़ में नक्सलियों को ढेर किया था.