पंकज सिंह भदौरिया, दंतेवाड़ा। पुलिस को आज बड़ी सफलता मिली है. यहां 8-8 लाख रुपए के इनामी नक्सली दंपति ने सरेंडर किया है. इनके नाम फागू कारम उर्फ सन्नू (DAKMS अध्यक्ष) और आयती (KAMS अध्यक्ष) हैं. उन्होंने कहा कि नक्सली विचारधारा से क्षुब्ध होकर वे सरेंडर कर रहे हैं.

एसपी कमलोचन कश्यप के सामने दोनों ने आत्मसमर्पण किया. दोनों नक्सली 14 सालों तक नक्सलियों के संगठन से जुड़े रहे. दोनों कई वारदातों में शामिल रह चुके हैं. नक्सली दंपति 2004 से नक्सली घटनाओं में सक्रिय थे. पुलिस ने इन्हें 10 -10 हजार रुपए का प्रोत्साहन राशि का दिया भी दिया है.

बता दें कि आत्मसमर्पित नक्सली फागू कारम उर्फ सन्नू 2004 से नक्सली संगठन में सक्रिय रहा. 2006 और 2007 में इसे मलीशिया प्रशिक्षक की जिम्मेदारी सौपीं गई. 2007 में फागू फरसेगढ़ एरिया में डिप्टी कमांडर का काम करने लगा. 2008 से 2010 में मिलिट्री प्लाटून नम्बर 02 में भी फागू ने नक्सलियों का काम किया. 2011 के बाद तिमेनार DKMS अध्यक्ष के रूप में काम कर रहा था. 10 बड़ी वारदातों में फागू शामिल रहा. फोर्स के कैम्प पर हमला, आगजनी, जवानों की हत्या जैसी कई वारदातों को नक्सली संगठन में रहकर अंजाम दे चुका है.

वहीं आत्मसमर्पित महिला नक्सली आयते 2006 से भैरमगढ़ एरिया कमेटी में सक्रिय होकर काम कर रही थी. 2009 से 2010 तक जनताना सरकार का उपाध्यक्ष इसे बना दिया गया. 2011 में आयते ने मद्देड़ LGS डिप्टी कमांडर का काम भी नक्सली संगठन में रहकर देखा. साल 2013 में नूतन पल्ली आवापल्ली पर फोर्स की आरोपी पर हमला कर 4 जवानों को शहीद करने वाले कांड की आयते मास्टर माइंड बताई जा रही है.