रायपुर. पंचायत प्रतिनिधियों के जनस्वराज सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह पर जमकर बरसे. राहुल ने कहा आमतौर पर जनता न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर जाती है. लेकिन 70 साल में पहली बार आपने देखा होगा कि सुप्रीम कोर्ट के जज प्रेस के सामने जाकर कहते हैं हमें आपकी जरूरत है. हमे डराया जा रहा है , धमकाया जा रहा है. हम अपना काम नहीं कर पाए रहे हैं. ये किसी लोकतांत्रिक देश में पहली बार हुआ. हिन्दुसातान में पहली बार हुआ. उन्होंने कहा आज हमारे प्रेस के मित्र भी डरकर बोलते हैं. देखते हैं कोई मार न दे. हत्या का आरोपी व्यक्ति नेशनल पार्टी का अध्यक्ष है. एक तरफ हत्या का आरोपी जो देश की नेशनल पार्टी के अध्यक्ष हैं, 4 जज कह रहे हैं हम काम नहीं कर पा रहे हैं, और एक तरफ डरा हुआ प्रेस है. जो डर जस्टिस के अंदर है वही डर प्रेस के अंदर है. और वही डर भाजपा के सांसदों में है, कुछ भाजपा के सांसद मुझसे कहते हैं हम प्रधानमंत्री के सामने कुछ नहीं कह सकते. महाराष्ट्र के एक सांसद ने किसानों की बात कही उसे आउट कर दिया गया.

जेटली कहते हैं किसान का कर्ज माफ करना हमारी पॉलीसी नहीं हैएक साल के भीतर 15 सबसे अमीर लोगों का कर्जा माफ कर दिया जाता है. आज देश के बड़े शैक्षणिक संस्थानों में आर एस एस के लोगों को भरा जा रहा है. लेकिन कांग्रेस ने कभी ऐसा नहीं किया.
सभी संस्थाओं को मिलाकर देश की आवाज बनती है. यदि अमेरिका का राष्ट्रपति कहता है कि चाइना और भारत से ही हमारा कॉम्पिटिशन है तो इसलिये की यह। अलग-अलग संस्थाएं है. मगर आरएसएस और बीजेपी नहीं चाहती कि देश की गरीब जनता की आवाज हो.वो नहीं चाहते कि रोहित वेमुला जैसा दलित युवा सपना देख सके. उनके हिसाब से आदिवासी की जगह है, दलित की जगह है. और ये लोग जगह से नहीं हिलनी चाहिए. इनकी विचारधारा है कि महिला की आवाज खुलकर नहीं गूंजना चाहिए. इनकी नजर में महिला का काम केवल खाना पकाना है. दलितों का काम सिर्फ सफाई है.इसलिए एक के बाद एक सभी संस्थाओं को कैप्चर कर रहे हैं.

ये गरीबों का देश है मगर ये गरीब देश नहीं है. इस देश मे लाखों करोड़ रुपये हर दो तीन महीनों में 15-20 लोगों को दिया जाता है..
छत्तीसगढ़ का अच्छा उदाहरण सामने है. क्या नहीं है छत्तीसगढ़ के पास, लेकिन ये यहां के लोगों का नहीं है.

मेरे ऊपर सबसे बड़ा आक्रमण उस दिन शुरू हुआ जब मैं भट्टा परसौल गया.उस दिन के बाद में मेरे ऊपर आक्रमण किया जा रहा है. बिल में साफतौर पर उल्लेख था कि पंचायतों के बगैर जमीन नहीं ली जा सकेगी.

राहुल गांधी ने कहा कि विचारधारा की लड़ाई है और इससे सिर्फ कांग्रेस ही लड़ सकती है.