शब्बीर अहमद,भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने जातिवाद को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा था कि ‘भगवान के सामने कोई जाति-वर्ण नहीं, श्रेणी पंडितों ने बनाई’. इस पर अब सियासत शुरू हो गई है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि क्या मोहन भागवत कृपया स्पष्ट करेंगे की हमारे कौन से “शास्त्र” झूठ बोल रहे हैं ? वहीं भोपाल में NSUI ने मोहन भागवत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है.
मोहन भागवत के बयान को BJP ने बताया सही
बीजेपी नेता पंकज चतुर्वेदी ने मोहन भागवत के ब्राह्मण वाले बयान को सही बताया है. पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि हमेशा से लोगों को जातियों में बाँटने का कम कांग्रेस करते आई है. कांग्रेस को कोई हक़ नहीं है. अपमान करने के संस्कार और संस्कृति हमेशा से कांग्रेस पार्टी की है. जो संघ संचालक ने कहा कि वही हमारी संस्कृति है. ये हमारा सकल समाज है इसमें कहीं भी आप जैसा कोई विषय नहीं. भेदभाव के लिए संघर्ष गांधी अम्बेडकर और दीनदयाल उपाध्याय का था. इसको लेकर जातिवाद, भेदभाव तो क़ानूनन अपराध भी है. मनुष्य ने इस पृथ्वी ऐसी व्यवस्था की है. वहीं कांग्रेसी जिसने हिंदू आतंकवाद को जन्म दिया
हिन्दू सबका अपमान किया, इस तरह की बात उनका करना हास्यास्पद है.
दिग्विजय ने पूछा सवाल
संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने ट्वीट किया है. जिसमें लिखा है कि क्या मोहन भागवत कृपया स्पष्ट करेंगे कि हमारे कौन से “शास्त्र” झूठ बोल रहे हैं ? भागवत कुछ पंडित ‘शास्त्रों’ के आधार पर जो कहते हैं वह झूठ है.
ब्राह्मणों को लेकर मोहन भागवत के दिए बयान पर सियासी बवाल छिड़ गया है. NSUI ने मोहन भागवत के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. NSUI का कहना है कि ब्राह्मणों का मोहन भागवत ने अपमान किया है. पहले आदिवासी दलितों को समाज में RSS ने बांटा, अब ब्राह्मणों को के ऊपर टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और आरएसएस प्रमुख दलित समाज का बना देना चाहिए- पुजारी संघ
मध्य प्रदेश संत पुजारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि RSS हिंदूवादी संगठन उन्होंने समाज के लिए बहुत कुछ किया. मोहन भागवत ने जो बयान दिया वो दुर्भाग्यपूर्ण है. मोहन भागवत से अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और आरएसएस प्रमुख दलित समाज का बना देना चाहिए. ब्राह्मण समाज इस फैसले का समर्थन करेगा. ब्राह्मण जातिवादी प्रथा के खिलाफ रहा है और ब्राह्मण संस्कार है जाति नहीं. जिस दिन ब्राह्मण नहीं होगा उस दिन संस्कार नहीं होंगे.
ये बयान सनातन और ब्राह्मण का अपमान- कांग्रेस
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि मोहन भागवत का बयान सनातन और ब्राह्मण का अपमान है. जाति व्यवस्था भगवान राम के समय से चली आ रही है. ये सनातन संस्कृति का अपमान है. जातियों में बांटकर वोट की राजनीति बीजेपी और आरएसएस करती है. मोहन भागवत का बयान संविधान और बाबा साहब अंबेडकर का अपमान है.
मोहन भागवत ने क्या कहा था ?
मोहन भागवत ने कल कहा था कि भगवान ने हमेशा बोला है कि मेरे लिए सभी एक हैं. उनमें कोई जाति, वर्ण नहीं है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई, वो गलत था. भारत देश हमारे हिन्दू धर्म के अनुसार चलकर बड़ा बने और वो दुनिया का कल्याण करे. उन्होंने आगे कहा कि हिन्दू और मुसलमान सभी एक ही हैं.
हमारे समाज के बंटवारे का ही फायदा दूसरों ने उठाया. इसी का फायदा उठाकर हमारे देश में आक्रमण हुए और बाहर से आये लोगों ने फायदा उठाया. हिन्दू समाज देश में नष्ट होने का भय दिख रहा है क्या ? यह बात आपको कोई ब्राह्मण नहीं बता सकता, आपको समझना होगा. हमारे आजीविका का मतलब समाज के प्रति भी जिम्मेदारी होती है. जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा, या कोई अलग कैसे हो गया ?
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus