न्यामुद्दीन अली अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले (Anuppur) में विद्यार्थियों के प्रोफाईल अपडेशन कार्य पूर्ण नहीं होने तक 10 प्राचार्यों के वेतन आहरण पर रोक लगा दी गई है। इधर अध्यापक संवर्ग के मानदेय की राशि गबन करने वाले आरोपियों को न्यायालय ने सजा सुनाई है। इसमें मुख्य आरोपी को आजीवन कारावास और बांकी 6 आरोपियों को 10 साल की सजा सुनाई है।

स्कूलों को छात्रवृत्ति प्रोफाइल अपडेट करने के निर्देश

जिले के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत नामांकन किया जाना है। जिसे दो चरणों में बांटा गया है। पहले चरण में कक्षा एक से लेकर 8वीं तक के बच्चों के प्रोफाइल अपडेट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। वहीं दूसरे चरण में कक्षा 9वीं से बारहवीं तक बच्चों के ई-केवायसी कराने के बाद प्रोफाइल अपडेट करने की समय सीमा रखी गई है।

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ऐसे में समय से पहले कार्य नहीं होने पर हाईस्कूल सकोला, कोतमा, धिरौल, हायर सेकेण्डरी बीड, पयारी क्र. 01, बिजुरी, लपटा, राजनगर, तुलरा, पसला के प्राचार्यों को संबंधित कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए है। इन स्कूलों का कार्य पूर्ण नहीं होने पर प्रशासन ने संबंधित स्कूलों के प्राचार्यों के फरवरी माह के वेतन आहरण पर रोक लगाने संबंधित नोटिस जारी किया है।

आरोपियों को सजा

आरोपी कृतज्ञ गोयल ने माह मई 2014 से जुलाई 2015 के बीच मिलकर अपने साथियों के साथ मिलकर प्रशासन की राशि को गबन किया। दरअसल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दमेहड़ी में सहायक ग्रेड-3 के पद पर लोक सेवक के रूप में पदस्थ रहने के दौरान अध्यापक संवर्ग के मानदेय की राशि 1 लाख 49 हजार 400 रुपये का भुगतान करने हेतु अधिकृत होते हुए और सहायक आयुक्त आदिवासी विकास अनूपपुर में लोक सेवक होते हुए। गोयल ने मध्यप्रदेश शासन की 43 लाख 70 हजार राशि बेईमानी पूर्वक गबन कर ली थी।

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इन धाराओं के तहत सजा

इस पर आज प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश अनूपपुर पंकज जायसवाल ने अपराध संख्या 01/16 थाना कोतवाली अनूपपुर के अपराध संख्या 310/2015 के तहत धारा 420, 409, 467, 468, 471, 34 के तहत ने मुख्य आरोपी कृतज्ञ गोयल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। वहीं सरिता सिंह, नीरज अग्रवाल, छोटेलाल जायसवाल, कुसुम सिंह, विनोद नामदेव, प्रीतेछ कछवाला, विकास निगम और मनीषा तिवारी को दस साल की कठोर सजा सुनाई गई। इस मामले में लोक अभियोजक दुर्गेन्द्र भदौरिया का महत्वपूर्व योगदान रहा है।

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