दिनेश शर्मा, सागर। शासन और प्रशासन स्कूलों (school) में शैक्षणिक और तमाम व्यवस्थाएं सुधारने कितना भी प्रयास क्यों न कर रहा हों, लेकिन स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों (Teachers) की लापरवाहियों के चलते सब पर पानी फिरता दिख रहा है। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के सागर जिले से सामने आया है। जहां सरकारी स्कूल (Government school) के बच्चे कागज पर खाना खाते दिखे। बच्चों को मध्याह्न भोजन (Mid Day Meal) के लिए बर्तन भी नसीब नहीं हो रहे हैं। अपने घरों से खाना के लिए टिफिन लेकर आते है मगर बच्चों को कागज पेपर पर खीर हाथों में पूड़ी और सब्जी टिफिन में परोसी जा रही है।

यह लापरवाही सागर जिले के कन्या संकुल केंद्र गौरझामर के खामखेड़ा मिडिल एकीकृत शाला स्कूल में मध्यान्ह भोजन के समय देखने को मिला। जब बच्चे माध्यम भोजन कक्षा में बैठे कर रहे थे। जिसमें कुछ बच्चे कागज पेपर पर खीर और हाथों में पूड़ी लेकर खा रहे थे। शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिए शासन द्वारा मध्यान्ह भोजन योजना का संचालन किया जा रहा हैं।

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स्कूलों में मध्याह्न भोजन का काम देखने वाले समूह जहां इसे अपनी कमाई का जरिया बनाए हुए हैं, वहीं इस व्यवस्था को देखने वाले स्कूलों के शिक्षक भी इस ओर आंखें मूंद हुए हैं। लेकिन इस व्यवस्था को लेकर यहां पर पदस्थ शिक्षकों के साथ ही अधिकारियों को भी ऐतराज होता नहीं दिखाई दे रहा हैं।

सूत्रों की माने तो संकुल केंद्र में पदस्थ जन शिक्षक और संकुल प्राचार्य देवरी बीआरसी जिला शिक्षा अधिकारी की लापरवाही के कारण आज स्कूलों में ये हालत बनी हुई कि बच्चे कागज पेपर पर खाना खा रहे है। यहां देखने वाला कोई नहीं है। मध्यम भोजन के समय बच्चों को हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था भी नहीं है। शिक्षकों द्वारा बच्चों के प्रति लापरवाही बरती जा रही है। एक ओर बच्चों को सिखाया जाता है कि वह हाथ धोकर ही भोजन करें, ताकि किसी प्रकार के कीटाणु खाने के साथ पेट में न जाए। मगर यहां के शिक्षकों द्वारा बच्चों को ऐसी कोई शिक्षा नहीं दी जा रही की बच्चे हाथ धोकर माध्यम भोजन करें।

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इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ए के पाठक ने कहा है कि बच्चों को कागज पेपर पर खाना दिया जा रहा है तो गलत है क्योंकि स्कूलों में सरकार द्वारा बच्चों को थाली उपलब्ध की गई है। अगर स्कूल में बच्चों को ऐसे तरीके से माध्यम भोजन करवाया जा रहा है तो स्कूल स्टाफ और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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वहीं इस पर देवरी बीआरसी ब्रह्मानंद बचकैया ने कहा है कि अगर बच्चों को इस तरीके से माध्यम भोजन करवाया जा रहा है तो इसकी जांच कर स्कूल स्टाफ पर कार्रवाई की जाएगी। यह मुद्दा जिला पंचायत की बैठक में उठाया जाएगा।

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