रायपुर। कहते हैं कि आईना और परछाई के जैसे दोस्त रखने चाहिए. क्योंकि आईना कभी झूठ नहीं बोलता और परछाई कभी साथ नहीं छोड़ती. लेकिन आज ये बात गलत साबित हो गई. आज के दिन आपकी परछाई आपका साथ छोड़ देती है. वो भी शाम को नहीं बल्कि दिन के वक्त. चलिये हम आपको समझाते हैं कि माजरा क्या है. दरअसल आज जीरो शैडो डे है. आज पूरे भारत में दिन का एक वक्त एेसा होता है जब दिन में किसी वस्तु या किसी इंसान की कोई परछाई नहीं बनती. देश में अलग-अलग शहरों के लिये ये समय अलग-अलग है. जैसे छत्तीसगढ के रायपुर में इसका समय ठीक 12बजे था. ये घटना साल में दो बार होती है. अलग-अलग जगहों के लिये इसकी टाइमिंग अलग होती है. इस दिन आप अगर तय समय में धूप में खड़े हैं, तो महसूस करेंगे कि धीरे-धीरे आपकी परछाई घटती जाएगी. और एक समय के बाद ये पूरी तरह गायब हो जाएगी.
जीरो शैडो डे का वैज्ञानिक कारण
सूर्य के उत्तरायण और दक्षिणायन होने के दौरान कर्क तथा मकर रेखाओं के बीच वर्ष में दो बार सूर्य के ठीक सिर के उपर होने की स्थिति में जीरो शेडो होता है या ठीक-ठीक कहें तो हमारी परछाई हममें ही समा जाती है और ठीक दोपहर को (ध्यान दें कि – ठीक 12.00 बजे नहीं बल्कि हमारे अक्षांश रेखा पर जब सूर्य ठीक हमारे सिर पर हो) हम अपनी छाया को साथ छोड़ता देख सकते हैं. इस वैज्ञानिक घटना को लोगों तक रोचक तरीके से पहुंचाने के लिये एस्ट्रोनामिकल सोसायटी आफ इंडिया ने रायपुर में भी कार्यक्रम आयोजित किया था.
जानिये आपके शहर में कब है जीरो शैडो
जैसा कि हमने पहले ही बताया कि हर शहर के लिये जीरो शैडो डे के लिये भारत के हर शहर में टायमिंग अलग-अलग है. आप जिस भी शहर में रहते हों.वहां की जीरो शैडो डे की तारिख औऱ टायमिंग बड़ी आसानी से पता कर सकते हैं. दरअसल जीरो शैडो डे नाम का एक मोबाईल एप्लिकेशन है. जहां हर शहर का शेड्युल दिया गया है. इसके साथ ही इसकी पूरी वैज्ञानिक जानकारी भी वहां आपको मिल जाएगी.