चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग. राज्य सरकार एक तरफ धड़ल्ले से शराब बेच रही है. वहीं इन दिनों बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों ने आग में घी डालने का काम किया है. जिसको लेकर सियासी विरोध भी जारी है. इस कड़ी में अब एक युवक ने भी सरकार के इस फैसले के खिलाफ अकेले ही मोर्चा खोल दिया है, और अकेले ही अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गया है. इतना ही नहीं ये युवक इसे धरना स्थल से गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाने का काम भी कर रहा है. जो इस युवक के विरोध प्रदर्शन का समर्थन भी कर रहे हैं.
सीएम को किया चैलेंज
धरने पर बैठे श्री सिंह ने कहा कि देश में इन दिनों चैलेंजिंग वार चल रहा है. मैं भी एक चैलेंज सीएम से करना चाहता हूं कि राज्य मेंं शराबबंदी कराएं. उन्होंने आगे कहा कि मैं पिछले 4 सालों में शराबबंदी को लेकर आमरण अनशन कर चुका हूं, जेल भी जा चुका हूं. अब भी सरकार से यही मांग कर रहा हूं कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी हो. सरकार कहती है हम विकास कर रहे हैं. पर कहां है विकास, सीएम जिस दिन दुर्ग के दौरे पर आएंगे मैं उन्हें विकास दिखाउंगा कि कैसे यहां के शराब दुकानों में लोग एक दूसरे पर चढ़ कर शराब खरीद रहे हैं.
आपको बता दें कि इस युवक का नाम श्री सिंह है और श्री ने इंजियनियरिंग की पढ़ाई की है. लेकिन श्री ने बड़ी कम्पनी में काम करने के बजाये सामाजिक सरोकार में अपना सर्वस्व समर्पित करने का फैसला लिया है. इसी का नतीजा है कि हड़ताल में बैठने के बावजूद, वह इस धरनास्थल से ही बच्चों को पढ़ा रहा है. इस मार्गदर्शक टीचर के आन्दोलन को बच्चे भी भरी गर्मी में प्रदर्शन स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन दे रहे है. बच्चे भी प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी और पेट्रोल डीजल के कीमतों में कमी करने की मांग कर रहे हैं.
ज्ञात हो इस श्री सिंह पहले भी पूर्ण शराबबंदाी की मांग कर चुके हैं. जिसके कारण इन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले वर्ष राज्य में शराब बेचने का फैसला लिया था. जिस पर जमकर राजनीति गरमाई थी और सदन से लेकर सड़क तक जमकर प्रदर्शन हुआ था.