रायपुर. नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) ने नया रायपुर स्थित 140 होटलों-ढाबों को नोटिस जारी किया है. जिसमें होटलों-ढाबों के संचालकों को एनओसी लेने के लिए कहा है. इस एनओसी के लिए 30 दिन का समय दिया गया है. एनआरडीए की ओर से जारी नाटिस में कहा गया है कि 30 दिन के भीतर एनओसी ले या फिर तोड़फोड़ के लिए तैयार रहे.

कारो​बारियों में मचा हड़कंप

एनआरडीए के इस नोटिस के बाद एयरपोर्ट के पास, मंदिरहसौद रोड, फुंडहर रोड और आसपास के होटलों-ढाबों के संचालकों में हड़कंप मच गया है. कुछ समय पहले रायपुर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से अनुमति लेकर होटलों-ढाबों के संचालकों कारोबार शुरू किया है. लेकिन एनआरडीए ने इस अनुमति को मानने से इंकार कर दिया है. इन नोटिसों से कई बड़े होटलों का संचालन भी खतरे में हैं.

सीएम तक पहुंचा मामला : सूत्र

सूत्रों की मानें तो नोटिस जारी होने के बाद इन करोबारियों ने इस मामले को लेकर सीएम तक से गुहार लगाई है.

नगर निगम सहित संबंधित विभाग ने भी जताई आपत्ति

इस मामले में एनआरडीए अब तक दर्जनभर होटलों और ढाबों को सील कर चुका है. चूंकि टाउन प्लानिंग की एनओसी को भी एनआरडीए ने मानने से इंकार कर दिया है, जिसके चलते इस विभाग के साथ-साथ निगम के अफसर भी विवाद में कूद गए हैं. उनका कहना है कि होटलों को सील करने का काम नगर निवेश और निगम को करना है. लेकिन एनआरडीए भी सख्ती पर आमादा है और अफसरों ने साफ कर दिया है कि जो भी नई राजधानी में एनओसी नहीं लेंगे, एक माह के भीतर उनके कारोबार को सील कर दिया जाएगा.

कारोबारियों ने लगाया पक्षपात का आरोप

बताया जा रहा है कि एनआरडीए ने पिंटू ढाबा के आसपास कई होटलों और ढाबों वालों को नोटिस जारी किया कि लेकिन इसी के पास एक होटल को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया. दावा किया जा रहा है कि कार्रवाई करने गए अफसरों ने इस होटल की जांच तक नहीं की और न ही उसे नोटिस दिया है. कारोबारियों की माने तो यह होटल एनआरडीए के एक आला अफसर के संबंधी का है. इस वजह से इस होटल पर कार्रवाई नहीं की गई है. ताजा नोटिसों के बाद इस मुद्दे पर भी मामला गरमा रहा है.

हाईकोर्ट पहुंचे कुछ कारोबारी

एनआरडीए द्वारा नोटिस मिलने के बाद कुछ कारोबारी न्यायालय की शरण में चले गये है. नया रायपुर में एयरपोर्ट के पास स्थित क्यू रेस्टोरेंट के संचालक तारीक खान को भी होटल हटाने के लिए नोटिस जारी की किया गया था. उनका दावा है कि उन्होंने नियमानुसार ले आउट पास कराने के बाद होटल शुरू किया है. इसके बावजूद एनआरडीए ने उन्हें नोटिस जारी कर दिया. उन्होंने इस नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जहां से उन्हें नोटिस पर स्टे के साथ ही होटल की सील खोलने की भी अनुमति मिल गई. अब उनके बाद करीब एक दर्जन और होटल संचालक एनआरडीए की नोटिस के खिलाफ हाई कोर्ट जाने की तैयारी में है.

कारोबार के लिए बड़ी जमीन खरीदना अनिवार्य

नया रायपुर और उसके आसपास कारोबार करने या नए निर्माण के लिए नियम भी सख्त कर दिए गए हैं. किसी भी कारोबार के लिए बड़ी जमीन खरीदना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके अलावा इस जमीन पर ग्रीनरी और दूसरी जरूरतों के लिए जमीन रिजर्व रखना होगा. कारोबारियों का कहना है कि जितनी जमीन मांगी जा रही है उसकी कीमत 50 लाख से 1 करोड़ तक होती है. ऐसे में कोई भी छोटा कारोबारी नया रायपुर में नया कारोबार शुरू नहीं कर पाएगा.

बिना एनओसी करवा दिया जाएगा कारोबार बन्द

वहीं एनआरडीए चीफ इंजीनियर सलिल श्रीवास्तव का कहना है कि एनआरडीए की एनओसी लिए बिना होटल और ढाबा खोलने वालों को लगातार नोटिस दिया जा रहा है. प्राधिकरण के क्षेत्र में किसी भी तरह के व्यवसाय के लिए एनओसी लेना अनिवार्य है, नहीं तो उसका कारोबार बंद करवा दिया जाएगा.