शब्बीर अहमद, भोपाल। हाल ही में संपन्न कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन (national convention of the Congress) को लेकर नेताओं में आपसी बयानबाजी (mutual statements of Congress leaders) शुरू हो गई है। इस बयानबाजी का मैसेज जनता पर विपरीत प्रभाव भी पड़ रहा है। पार्टी की छवि पर विपरीत असर को लेकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेताओं के आपसी बयान पर अब रोक लगेगी।

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एमपी कांग्रेस नेताओं की जुबान पर अब लगाम लगेगी। इस संबंध में पीसीसी चीफ कमलनाथ (PCC Chief kamalnath) के करीबी एवं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बड़ा दावा किया है। उनकी मानें तो इस मामले को लेकर सांसद राहुल गांधी (Rahul gandhi) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बीच चर्चा हुई है।

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दोनों के बीच महाधिवेशन में आपसी बयानबाजी पर रोक लगाने को लेकर चर्चा हुई है। बयानबाजी से पार्टी को नुकसान होता है। कहा कि ये आलोचना का नहीं चिंतन का समय है। चुनाव नजदीक है और हर दिन रणनीति को लेकर चर्चा होगी।

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