अमृतांशी जोशी/अजय शर्मा, भोपाल। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार एक बार फिर कर्ज लेने जा रही है। इसे लेकर पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि सरकार पूरी तरह से कर्ज में डूब चुकी है। उन्होंने दावा कि अगला बजट कांग्रेस की सरकार पेश करेगी। इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि कर्ज लेना सरकार की रूटीन प्रक्रिया है। कांग्रेस पूरे देश में खत्म हो रही है। कांग्रेस कभी बजट पेश ही नहीं कर पाएगी।

पूर्व मंत्री तरुण भनोट का ने कहा कि सरकार ने 18 साल से झूठ का पुलिंदा लहराया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि अब सरकार हिसाब यात्रा निकालें। पिछले 18 सालों का हिसाब दिया जाए। उन्होंने दावा कि अगला बजट कांग्रेस की सरकार पेश करेगी। पिछले आर्थिक सर्वेक्षण में सभी धरें गलत तरीके से प्रस्तुत की गई थी। बीते 18 साल में सरकार ने से घोषणा की है। आज तक धरातल पर कुछ भी नहीं उतरा है। सरकार कर्ज पर कर्ज लेती जा रही है। हमने जमीन को सरकार को सौंपी, इसके बाद उन्होंने हजारों करोड़ का कर्ज लिया। सरकार पूरी तरह कर्ज में डूब चुकी है। करोड़ों से भी ज्यादा का कर्ज अबतक लिया जा चुका है।

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बीजेपी कार्यालय में सरकारी पैसों से खाना खियाला जा रहा- जीतू पटवारी

जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश पर चार लाख करोड़ का कर्जा है। रिजर्व बैंक कर्ज नहीं भरने पर शासकीय संपत्तियों को बेच रहा है। सरकारी संपत्तियों को बेच कर सरकार कर्ज ले रही है। उन्होंने बीजेपी कार्यालय में सरकारी पैसे से खाना खिलाने का मुद्दा फिर उठाया है। उन्होंने कहा कि सरकार कर्ज लेकर अपने कार्यकर्ताओं पर पैसे खर्च कर रही है। बीजेपी कार्यालय में 9 करोड़ रुपये खाने पर खर्च किया। सरकार ने 40 करोड़ से ज्यादा का अपने कार्यकर्ताओ को चाय नाश्ता और खाना खिलाया है।

उन्होंने कहा कि पिछली बार विधानसभा मैंने सवाल किया था तो सरकार ने कहा कि गुमराह किया जा रहा है। बिल तक मुझे दिया नहीं गया। सरकार चोरी, सीना जोरी और गुमराह कर रही है। बार-बार सवाल पूछने पर भी विधायकों को जवाब नहीं दिया जा रहा है। किसान कर्जमाफी का 9 बार प्रश्न पूछा, किसानों की आय दोगुनी की जाने की बात पर जानकारी एकत्रित करने की बात कह रहे हैं। 9 बार ये बात कही गई। इन्वेस्टर मीट के खर्चे पर फाइलें जलने का हवाला दिया गया। सवालों का जवाब न देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के सामने आपत्ति रखेंगे।

कर्ज लेना रूटीन प्रक्रिया- बीजेपी

मंत्री महेंद्र सिसोदिया ने कहा कि कर्ज लेना सरकार की रूटीन प्रक्रिया है। हजारों करोड़ की घोषणाओं पर मंत्री बोले कि नामुमकिन को भी जो मुमकिन कर दे उसी का नाम शिवराज है। वहीं बिजली कटौती को लेकर कहा कि पर्याप्त बिजली एग्रीकल्चर और घरेलू उपयोग के लिए दी जा रही है। उन लोगों की बिजली काटी गई है, जिन्होंने बिल नहीं दिए।

कांग्रेस कभी बजट पेश नहीं कर पाएगी- भूपेंद्र सिंह

नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस अगला क्या, कभी बजट पेश ही नहीं कर पाएगी। कांग्रेस पूरे देश में खत्म हो रही है। कहीं कांग्रेस बची नहीं है, बुरी स्थिति है, उनके पास कहने को कुछ नहीं है।

30 दिन में 5वीं बार लेगी 3 हजार करोड़ का लोन

बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार 1 मार्च को बजट से पहले कर्ज लेगी। सरकार 30 दिन में 5वीं बार कर्ज लेने जा रही है। 20 साल के लिए आईबीआई के माध्यम से 3 हज़ार करोड़ रुपये का लोन लेगी। 1 मार्च 2043 तक ऋण चुकाना होगा। जानकारी के मुताबिक, विकास परियोजनाओं और वित्तीय गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कर्ज लिया जा रहा है।

ब्यूरोक्रेसी पर सियासत

कांग्रेस ने बजट के जरिए ब्यूरोक्रेसी पर निशाना साधा है। पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि ये बजट मंत्रियों ने नहीं, बल्कि ब्यूरोक्रेसी ने बनाया है। इसलिए जनता के हित में पिछले कई सालों से बजट नहीं आया है। वित्त मंत्री ने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल नहीं किया। अधिकारियों के बनाए हुए बजट से मध्यप्रदेश कर्ज में डूबा है। प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी पूरी तरह हावी है।

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मंत्री विश्वास सारंग ने आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस दबाव की राजनीति करती है। ब्यूरोक्रेसी पर दबाल डालना चाहती है। कांग्रेस केवल नकारात्मक बातें करती है ये दबाव की राजनीति करते हैं। दबाव बनाना कमलानाथ की राजनीति की स्टाइल है। कभी पुलिस, कभी अधिकारियों को चमकाना। उनको लगता है इसी तरह वो राजनीति करेंगे, जबकि लोकतंत्र में कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधान पालिका के अपने कर्तव्य है। उनसे हमें छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए।

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