विप्लव गुप्ता,पेंड्रा. इंदिरा उद्यान के समीप पेण्ड्रा के मुक्तिधाम में 3 साल पहले वन विभाग ने 3 हजार पौधे लगाए जिसे नगर पंचायत पेण्ड्रा ने गोद ले लिया और उसके बाद नगर पंचायत ने फूलों सहित वहां एक हजार पौधे और लगवाए जिससे वहां 4 हजार पौधे हो गए. 10 एकड़ के जिस विशाल मुक्तिधाम में 3 साल पहले चारों ओर उजाड़ था उस मुक्तिधाम में पौधों की अच्छी देखरेख के कारण अब चारों ओर हरियाली ही हरियाली है. और तरह तरह के रंग बिरंगे फूल भी खिले हुए दिखते हैं. जबकि इस दौरान दो वर्षों में दो बार असामाजिक तत्वों के द्वारा आग लगाकर पौधों को नुकसान भी पहुंचाया गया.
परंतु इसके बावजूद भी अच्छे देखभाल के कारण मुक्तिधाम चारों ओर हरा-भरा दिखता है. वन विभाग द्वारा प्लांटेशन लगाकर नगर पंचायत को गोद दिया जाना और नगर पंचायत द्वारा उस प्लांटेशन की अच्छे से देखभाल करना पर्यावरण संरक्षण के लिए एक नजीर पेश करता है कि इस तरह के सामंजस्य से वन विभाग अपने बहुत से प्लांटेशन कार्य को सफल कर सकता है.
5 जून मंगलवार को विश्व पर्यावरण दिवस है. पर्यावरण को ठीक रखने में अधिक से अधिक संख्या में पेड़-पौधे लगाना और उन्हें बड़ा करके वृक्ष बनाना आने वाले भविष्य में पर्यावरण संरक्षण के लिए सबसे जरूरी है. शासन एवं प्रशासन के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए कागजों में जो प्रयास किए जाते हैं उन्हें धरातल पर क्रियान्वित करना भी जरूरी है.
पौधों की देखभाल का अद्भुत उदारण
पौधारोपण करते हुए फोटोशूट कराने वाले आजकल बड़ी संख्या में मिलते हैं परंतु पौधारोपण के बाद पौधों की देखभाल करके उसे वृक्ष बनाने वाले उदाहरण बहुत कम देखने को मिलते हैं. सैकडों उदाहरण ऐसे भी मिलेंगे कि वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधे भी देखरेख के अभाव में नष्ट हो गए. वहीं विभिन्न विभागों के द्वारा भी लगाए गए पौधों का हश्र किसी से छुपा नहीं है. परंतु पेण्ड्रा के मुक्तिधाम का पौधारोपण और उस पौधारोपण में लगाये गए पौधों को जीवित रखना मामूली बात नहीं है.
आग लगाकर पौधों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश
पेण्ड्रा के मुक्तिधाम के घास में पिछले साल मई के महीने में तथा इस साल अप्रैल के महीने में दो बार असामाजिक तत्वों के द्वारा आग लगाकर पौधों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया. दोनों बार चौकीदार की सूचना पर फायर ब्रिगेड से आग पर काबू पाया गया. इस आग से सैकड़ों पौधे बुरी तरह से झुलस गए थे जिन्हें खाद व पानी से पुनर्जीवित किया गया परन्तु उनका विकास प्रभावित हो गया है.