रायपुर.  आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा मोदी सरकार के 4 साल की उपलब्धियां गिनाई. इसका पलटवार प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने किया है. प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा द्वारा विकास और चुनाव को मत जोड़िये कहना इस बात का जीता-जागता सबूत है कि भाजपा की सरकार विकास कर पाने में विफल रही है. जेपी नड्डा के उपलब्धियों के लेखा जोखा  पर पलटवार करते हुये प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में 5 लाख बच्चे कुपोषण का शिकार है। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। छत्तीसगढ़ में 15 साल की भाजपा सरकार राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित बड़े सरकारी अस्पतालों का निजीकरण करने पर आमादा है। सरकारी अस्पतालों में होने वाले खून जांच, एक्सरे, सीटी स्केन सहित विभिन्न तरह के जांच के कार्यो को निजी हाथो में सौपा जा रहा है। भाजपा शासित राज्यों की स्वास्थ्य व्यवस्था को बदहाल बताते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के अस्पतालों में चिकित्सको और प्रशिक्षित कर्मचारियों की भारी कमी है। राज्य में 691 पद विशेषज्ञ चिकित्सको के खाली है, शल्य चिकित्सको के 149 पद रिक्त है। चिकित्सको के 517 पद खाली है। नर्सिंग स्टाफ के 1453 पद खाली है, ड्रग इंस्पेक्टर के 33 पद रिक्त है। ऐसे में केन्द्रीय स्वास्थ मंत्री जे.पी नड्डा स्वास्थ्य केन्द्रो में 50 किस्म की दवाई मुफ्त वितरण के खोखले दावे करके उपलब्धियां गिना रहे है। जब मर्ज का दवा बताने वाले डॉक्टर अस्पताल में है ही नहीं है तो फिर सरकार किस मर्ज का दवा मुफ्त किन मरीजों को दे रही है? नकली दवाई के कारण प्रदेश में नसबंदी कांड में 18 महिलाओं की मौत हो चूकी है, बार-बार हो रहे अंखफोड़वा कांड में 50 से अधिक लोगो की आंख खराब हो गई है, इसी छत्तीसगढ़ में पैसों के लिये महिलाओं के गर्भाशय निकाल लिये गये.

सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवाई देने वाले बयान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने जे.पी. नड्डा से पूछा है कि वे बतायें कि छत्तीसगढ़ के अस्पतालों में 50 दवाईयां मुफ्त क्यों नहीं दी जा रही है? अगर 50 दवायें मुफ्त दिये जाने का दावा सही है नड्डा जी बतायें कि छत्तीसगढ़ के कितने सरकारी अस्पतालों में कौन-कौन सी दवायें मुफ्त दी जा रही है? अभी तक कितने मरीजो को ये पचास दवाइयां मुफ्त दी गई है? कांग्रेस ने मांग की है कि भाजपा सरकार इसको सार्वजनिक करें.