अंकुर तिवारी, रांची. झारखंड के लातेहार जिले में छिपादोहर थाना एरिया के जोबे जंगल में तलाशी अभियान के दौरान सोमवार दोपहर पुलिस और नक्सली संगठन जेजेएमपी के बीच मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। एसपी प्रशांत आनंद ने उग्रवादी के मारे जाने की पुष्टि की है. बता दें कि एसपी प्रशांत खुद मुठभेड़ का नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ खत्म होने के बाद एक राइफल समेत कई जिंदा कारतूस बरामद किया गया है.

मुखबीर की सूचना पर जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के जवान जोबे गांव पहुंचे थे. पुलिस टीम जैसे ही गांव के जंगली रास्ते पर बढ़ी, नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी. करीब एक घंटे तक जमकर गोलीबारी के बाद नक्सली गोली चलाते हुए जंगलों की ओर भाग गए. इसके बाद पुलिस ने सर्च अभियान चलाया तो एक नक्सली का शव एक रायफल के साथ बरामद हुआ. अब तक उग्रवादी के शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है.

तीन दिन पूर्व जेजेएमपी ने की थी पिटाई

कुरूमखेता गांव में बीड़ी पत्ता की खरीदारी को लेकर बीते शुक्रवार को दो गुट में झगड़ा हुआ था. इसके बाद एक गुट ने बीड़ी पत्ता खलिहान में आग लगा दी थी. घटना के बाद दूसरे गुट ने जेजेएमपी नक्सली से शिकायत की थी. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जेजेएमपी नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर पहले गुट के दो लोगों को दस-दस लाठी पीटा और दस-दस हजार रुपये का जुर्माना वसूला था. पुलिस इसी सूचना पर इलाके में छापामारी करने निकली थी.

बालूमाथ से भारी मात्रा में गोलियां बरामद

बालूमाथ थाना क्षेत्र के बालूभांग से पुलिस ने सोमवार को भारी मात्रा में उग्रवादियों की गोली, हथियार, नक्सली साहित्य व कई सामान जब्त किया है. बालूमाथ थाना प्रभारी ऋषभ झा ने बताया कि एसपी प्रशांत आनंद को गुप्त सूचना मिली थी कि बालूभांग के जंगल में भारी संख्या में टीपीसी (तृतीया प्रस्तुति कमेटी) नक्सली जमे हैं. इसी सूचना पर एसपी ने एक टीम का गठन किया. जो अलग-अलग रास्ते से बालूभांग पहुंची और टीपीसी के जोनल कमांडर विजय गंझू उर्फ कार्तिक के ससुराल के बगल में एक नवनिर्मित भवन में छापामारी की. यहां से एक इंसास रायफल, एके 47 का 748 ¨जिंदा कारतुस, एसएलआर की 733 कारतुस, इंसास का एक मैग्जिन व सात कारतुस, विभिन्न कम्पनियों के 14 मोबाईल, नक्सली साहित्य व सबजोनल कमांडर का पहचान पत्र बरामद किया. मौके से जोनल कमांडर विजय गंझू व अन्य उग्रवादी भागने में सफल रहे. वहीं जोनल कमांडर के बैग से मिले कागजात की जांच की जा रही है, जिसमें कई लेवीदाताओं और सफेदपोशों का नाम मिला हैं.