पंकज सिंह भदौरिया ,दंतेवाड़ा. जिले में विद्युत विभाग का एक अजीबो गरीब कारनामा कुआकोंडा विकासखण्ड के बैदीपारा में देखने को मिला. जहां विभाग ने बांस के पोल लगाकर बिजली पहुंचा दी और अपनी जबाबदारी की इतिश्री कर ली.
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जिस प्रदेश में सरकार सौर सुजला और हर घर रौशनी के दावे कर रही है. वहां विद्युत विभाग बांस के पोल गाड़कर रौशनी पहुंचाने का अलबेला काम कर रही है. बैदीपारा में बिजली पोल के बीच बांस के पोल खींचकर तार खीच दिया गया और उन तारों के बीच से हुकिंग कर घरों में लाइन जा रही है.
अब विचारणीय प्रश्न यह है कि आखिर सरकार की ये कौन सी योजना है, जो बांस के पोल लगाने की स्कीम चला रही है. क्योंकि यह दावा आसपास के ग्रामीणों ने मीडिया से किया है.
पास ही दुकान के संचालक देवती ने जानकारी देते हुए बताया कि महीनों से इसी तरह से बिजली तार विभाग खींच कर गया है. तो जयलाल ने बताया कि 3 महीने से अधिक हो गया है, बांस के ख़म्बे लगाये हुये. इन खम्बों की जगह विभाग को मजबूत पीसीसी पोल लगाना था. लेकिन विभाग पोल लगाना भूल गया.
जबकि दूसरे तरफ विद्युत विभाग के अधिकारी सारे मामले से अनभिग्य बन रहे है. विद्युत विभाग के ई प्रशांत कुमार ने कहा है कि जानकारी नहीं है, कहा इस तरह के पोल लगाये गये है. मामले को देखने के लिए टीम भेजी जायेगी.
बता दें कि कुछ दिनों में बारिश शुरू होने वाली है, और ऐसे में बांस सहारे गांव में बिजली पहुंचाना लोगों के लिए भरी पड़ सकता है, तेज आंधी, तूफन और बारिश की वजह से बांस से बिजली का तार गिरने का हमेशा डर बना रहता है और यदि ऐसा हुआ तो जानो माल की हानि हो सकती है.