न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले (Anuppur) में वेयर हाउस (Warehouse) की लापरवाही से सैकड़ों बेजुबान कबूतरों की मौत (Pigeons Died) हो गई। इसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है। बताया गया कि बंद पड़े गोदाम के अंदर एक्सपायरी डेट की रखी कीटनाशक दवाइयों का सेवन करने से इतनी बड़ी संख्या में बेजुबान पक्षियों की मौत हुई है।
दरअसल, जिला मुख्यालय में स्थित वार्ड क्रमांक 2 में म.प्र. वेयर हाउसिंग लॉजिस्टक कॉर्पोरेशन शाखा अनूपपुर वेयर हाउस गोदाम जर्जर हो जाने के कारण वर्ष 2019-20 में मेंटनेंस का कार्य किया जा रहा था। जहां गोदाम के ऊपर सीट बदलते समय एक मजदूर की नीचे गिर कर उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जिसके बाद कॉर्पोरेशन ने मेंटनेंस का कार्य बंद कर दिया था और गोदाम को बंद कर दिया था, लेकिन इसके बाद खाद्यान्न की सुरक्षा के लिये उपयोग में लाये जाने वाले तीन पेटी कीटनाशक दवाई (सल्फास) और खाद्य विभाग की कार्रवाई में 25 बोरी गेहूं जब्त कर वेयर हाउस को सुपुर्द किया गया था।
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जहां गेहूं खराब होने की स्थिति में उसे भी गोदाम के अंदर रखकर ताला लगा दिया गया था। इस बीच बारिश के दिनों में गोदाम में रखे कीटनाशक दवाई और गेहूं दोनों खराब हो गये और कीटनाशक दवाई (सल्फास) गेहूं में मिल गया। गोदाम के ऊपर लगी टूटी सीट से अंदर आये लगभग 100 से 150 कबूतर उन्हीं गेहूं के दाने को खाने से मर गये।
इस मामले की जानकारी लगते ही पशु विभाग के उपसंचालक डॉ. ए.पी.पटेल के साथ पांच सदस्यीय डॉक्टर की टीम निरीक्षण करने वेयर हाउस पहुंची। वेयर हाउस गोदाम के ताला खुलने के बाद डॉक्टरों की टीम ने निरीक्षण किया। साथ ही कबूतरों के शव को अपने साथ जांच के लिए ले गये।
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