पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा. हमेशा से नक्सली घटनाओं को लेकर सुर्खयों में रहने वाले इस जिले के बच्चों ने जो कीर्तीमान स्थापित किया है उसे जानकार आप का दिल भी गदगद हो जायगा.दरअसल सोमवार को नीट -2018 के परिणाम घोषित हुए हैं,जिसमें जिले के 31 बच्चों ने सफलता हासिल कर पूरे जिले का नाम रौशन कर दिया है. बता दें कि ये सभी सरकारी स्कूल के छात्र हैं.

इन बच्चों में अधिकांश बच्चे सुदूर नक्सली प्रभावित इलाके के हैं, जिन्होंने नीट की प्रतिष्ठित परीक्षा को क्वालीफाई किया है. यह सुखद संकेत ही है कि अब नक्सलगढ़ के बच्चे चपरासी, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी बनने की पारंपरिक सोच से उबर कर मेडिकल, इंजीनियरिंग में अपना कैरियर बनाने की सोच रहे हैं और इसमें सफल भी हो रहे हैं.  इसका श्रेय जिला प्रशासन की दूरदर्शी सोच और लगातार मॉनिटरिंग को भी जाता है.

छू लो आसमान में कर रहे थे तैयारी

इन बच्चों में से 26 बालक और 5 बालिकाएं शामिल हैं. ये सभी बच्चे जिले में इंजीनियरिंग तथा मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए संचालित छू लो आसमान संस्था में अपनी तैयारी कर रहे थे. संस्थान के 31 बच्चों ने नीट क्वालीफाई कर रिकार्ड तोड़ दिया है.बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी इस संस्था के बच्चों में कई परिक्षाओं में सफलता अर्जित की है. पर अब एक साथ 31 बच्चों के नीट में सफलता हासिल करने से इस संस्था कद और बढ़ गया है.

 

इन बच्चों में दन्तेवाड़ा जिले के कारली निवासी रामप्रसाद कश्यप, फरसपाल के सागर कर्मा, रोंजे के संतोष कश्यप, बारसूर के दीपक खुटे, फूलनार के संजय पोडि़यामी, दन्तेवाड़ा के तन्मय कर्मा, धुरली के संतोष तेलम, छोटे गुडरा निवासी रूपेश मण्डावी, आकाश नगर दन्तेवाड़ा के राकेश कश्यप, हितामेटा के मुन्नाराम, बड़ेकारली के पिन्टुराम, बालोद के मनोज ठाकुर, गीदम के विधान मण्डल, जोड़ातराई जामूराम, बिंजाम निवासी नवीन नेताम, नेटापुर के दिनेश कुमार, हिरानार के अमित नेताम, पण्डेवार के दिनेश कुमार, गीदम के निखिल गुप्ता, पाहुरनार के मानकलाल, गदापाल के राजूराम, कतियाररास की वन्दना नाग और बालपेट के योगेश्वरी ठाकुर और बीजापुर जिले के दूरस्थ गांवों के बच्चे भी शामिल हैं.