रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन, संस्कृति विभागान्तर्गत प्रदेश के अर्थाभावग्रस्त लेखकों, कलाकारों एवं उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता दिए जाने की योजना संचालित है. इसके अंतर्गत ऐसे व्यक्तियों को जिन्होंने कला और साहित्य के विकास में योगदान दिया हो किंतु जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो तथा लेखकों, कलाकारों के आश्रितों, परिवारों को जिन्हें वे निःसहाय छोड़ गए हों, नियमानुसार अधिकतम राशि 2000 रुपए वित्तीय सहायता के रूप में दिया जाता है.

इस योजना के तहत ही इस वर्ष 14 कलाकारों और साहित्यकारों का नाम चयनित किया गया है. अब इन गरीब कलाकारों-साहित्यकारों को हर महीने 2 हजार रुपए आर्थिक मदद मिलेगी. वर्ष 2018 19 के अंतर्गत संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के ख्याति प्राप्त अर्थ अभावग्रस्त साहित्यकारों कलाकारों को मासिक वित्तीय सहायता पेंशन योजना अंतर्गत गठित समिति के अनुशंसा के अनुसार प्रशासकीय स्वीकृति उपरांत नियमानुसार प्रतिमाह ₹2000 की राशि देय होगी.

इस समिति में सदस्य सचिव संचालक संस्कृति एवं पुरातत्व के साथ 3 सदस्य डॉ जेआर सोनी, साहित्यकार, आशीष सिंह, साहित्यकार और अनूप रंजन पांडेय, कलाकार शामिल किए गए हैं. यह स्वीकृत मासिक वित्तीय सहायता वर्ष 2018 19 से 14 कलाकारों साहित्यकारों प्रदान किया जाएगा. इसके पूर्व भी राज्य के कलाकारों साहित्यकारों को इस योजना के अंतर्गत आशिक वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है.

स्वीकृत हितग्राहियों की सूची अनुसार जमुना बाई निषाद- रिंगनी, दुर्ग. सुशीला शुक्ला- तहसील पारा, नारायणपुर. रामेश्वर शर्मा- बढ़ाईपारा, रायपुर. संतोष कुमार चौबे- मारो, बेमेतरा. अमोल दास टंडन- औंरी, दुर्ग. मोहम्मद यूसुफ अंसारी- भिलाई, दुर्ग. जयंती यादव- कुंद्रापारा, दुर्ग. पुनउ राम साहू- रिसाली, दुर्ग. जी लारेंस फ्रांसिस- तुलसीपुर, राजनांदगांव. उदयराम श्रीवास- बेलटुकरी, राजनांदगांव. कलीराम नूरेशिया- बाघमारा राजनांदगांव. उमाकांत खरे- सरकंडा, बिलासपुर लखनलाल चेलक- पिरदा, बेमेतरा और कन्हैया लाल- लवन, बलौदाबाजार का चयन किया गया है. संस्कृति विभाग के अनुसार यह मासिक वित्तीय सहायता पेंशन तत्काल प्रभाव से लागू है.