हेमंत शर्मा, इंदौर। दो दिन पहले जिस महिला अधिकारी का प्रमोशन (Promotion) हुआ और वह तहसीलदार (Tehsildar) से डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector) बनी, उसी अधिकारी पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। दरअसल, आदिवासी की जमीन (Tribal land) की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री (Registry) होने पर FIR दर्ज की गई। मामला उस समय का है, जब वे इंदौर (Indore) के सिमरोल (Simrol) में नायब तहसीलदार के पद पर पदस्थ थी। उनके खिलाफ शिकायत तो कई दिनों पहले हुई थी, लेकिन जांच पूरी होने के बाद अब मामला दर्ज हुआ है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, यह पूरा मामला 12 साल पहले का है, जहां ‘आदिवासी की जमीन (Tribal land)’ जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) में ‘जाति’ (Caste) बदल जाने के कारण बिक गई थी, उस समय डिप्टी कलेक्टर राधा महंत (Radha Mahant) सिमरोल में नायब तहसीलदार (Nayab Tehsildar) के पद पर पदस्थ थी। उन्होंने सुखलाल की जाति बदलकर उसका जाति प्रमाण जारी कर दिया था, जिसके आधार पर आदिवासी की जमीन बिक गई।
इसके बाद जांच हुई और सिमरोल थाने में करीब 3 साल पहले मामला दर्ज हुआ था। उसमें गहलोत समेत अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया था। आरोपी गहलोत की फरारी के दौरान ही मौत हो गई थी। वहीं अब राधा महंत को आरोपी बनाया गया है, सूत्रों का कहना है 2 दिन पहले ही राधा महेंद्र डिप्टी कलेक्टर बनकर 1 जिले में पदस्थ हुई है। फिलहाल सिमरोल पुलिस धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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