अजय शर्मा,भोपाल/मोशिम ताड़वी,बुरहानपुर। बैखौफ बदमाशों के आगे मध्यप्रदेश पुलिस बेबस दिख रही है. बुरहानपुर (Burhanpur) जिले के नेपानगर थाने (Nepanagar police station) में वन भूमि अतिक्रमणकारियों ने पथराव कर अपने तीन साथियों को छुड़ा ले गए. इस पथराव में पुलिस के तीन जवान जख्मी हुए. घटना के बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी और बवाल जारी है. अब पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना (DGP Sudhir Saxena) ने नाराजगी जताई है. डीजीपी ने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
डीजीपी ने एनएसए की कार्रवाई के दिए निर्देश
दरअसल नेपानगर में 60 अतिक्रमणकारियों के थाने पर जवानों को पीटने और लॉकअप में बंद साथियों को छुड़ाकर ले जाने पर डीजीपी ने नाराजगी जताई. बुरहानपुर के बड़े पुलिस अधिकारियों से बात कर डीजीपी ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. घायल पुलिसकर्मियों के भी समुचित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही अपराधियों पर एनएसए की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं.
अतिक्रमणकारियों के ठिकानों पर दबिश
इधर अब पुलिस की टीम और राजस्व विभाग नेपानगर थाने में घुसकर पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट, एक इनामी बदमाश और दो अन्य आरोपियों को लॉकअप से छुड़ाकर ले जाने वाले 60 से अधिक अतिक्रमणकारियों के अवैध ठिकानों पर कार्रवाई करने दबिश दी गई है. इस अमले में डीआईजी, एसपी, कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार सहित बीएसएफ, एसटीएफ व पुलिस के 1000 जवान मौके पर तैनात है.
ग्राम सिविल धारा 144 लागू
सुरक्षा के नजर से पान खेड़ा बिट से लगा ग्राम सिविल का कुछ क्षेत्र को खाली करा लिया गया है. ग्राम सिविल में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है. सिविल के ग्रामीणों को घरों में रहने के लिए पुलिस ने कहा है. आईजी और इंदौर संभागायुक्त 2 दिनों से बुरहानपुर में डटे है और हर कार्रवाई पर नज़र रखे हुए हैं. जिससे फिर किसी तरह की अप्रिय घटना न घटे.
विरोध में व्यापारी भी हुए लामबंद
वहीं नेपानगर थाने में पुलिस कर्मियों पर हुए हमले के विरोध में नेपानगर के व्यापारी लामबंद हो गए है. पूरे शहर की दुकानें बंद कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. नगर के समस्त व्यापारी सर्वदलीय संगठन के बैनर तले नेपानगर थाने के बाहर बैठकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
आदिवासी दलित संगठन ने एसपी पर लगाए आरोप
बता दें कि वन कटाई को लेकर तीन दिन से बुरहानपुर कलेक्टर दफ्तर में धरना दे रहे जागृति आदिवासी दलित संगठन ने खुला आरोप लगाया है कि 6 महीने से वन कटाई हो रही और हिंसा के लिए बुरहानपुर एसपी राहुल कुमार जिम्मेदार है. आदिवासी संगठन ने शासन से एसपी राहुल कुमार पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर सस्पेंड करने की मांग की है. जागृति आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले तीन दिन से दिन रात 500 से अधिक आदिवासी धरना दे रहे हैं. वहीं मामले में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने पुलिस प्रशासन का बचाव करते हुए कहा कि पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. ऐसे लोगों पर सख्त एक्शन पुलिस ले रही है.
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