पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद. सुपेबेड़ा में मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. किडनी की बीमारी से आज एक और महिला की मौत हो गई. 53 वर्षीय बेलमती बाई ने लंबी बीमारी के बाद आज दम तोड़ दिया. पिछले ढाई सालों में इस गांव में 64 लोगों की असमय मौत हो चुकी है. किडनी की बीमारी को लेकर लोगों में दहशत का माहौल है. पेयजल की ठीक से व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. अभी भी इस गांव में करीब 200 लोग किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं.
हालत ये है कि गांव में लगभग हर 15 दिन में नया पीड़ित सामने आ रहा है, वहीं महीने में 1 की मौत हो जाती है. ग्रामीणों का कहना है अगर इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया तो हालात और भयावह हो सकता है.
मुझे मौत पर दुख है- स्वास्थ्य मंत्री
सुपेबेड़ा में बढ़ते मौत के आंकड़ों पर स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा मुझे मौत पर दुख है लेकिन भारत सरकार और हमारी संस्थाएं अब तक कारण नहीं ढूंढ पायी हैं .. उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से उच्चस्तरीय विशेषज्ञों की टीम की मांग की है..इलाज के लिए संस्थागत उपाय किये जा रहे हैं.