प्रदीप मालवीय,उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में वैसे तो प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था को लेकर प्रबंधन समिति अच्छी व्यवस्था के साथ दर्शन होने के दावे करती रहती है. लेकिन सीहोर वाले कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि यहां हजारों किलोमीटर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को न सिर्फ धकेला जाता है, बल्कि कुछ सेकंड के लिए भी उनको दर्शन नहीं करने दिए जाते हैं.

पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव महापुराण कथा के दौरान अंतिम दिन महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था संभालने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को समझाइश देते हुए कहा था कि इस व्यवस्था को संभालने वाला एक भी व्यक्ति यह अभिमान नहीं करें कि मैं किसी को महाकाल मंदिर में दर्शन करवा रहा हूं. इस प्रकार का अहंकार करना गलत है. यह आपका सौभाग्य है कि आपको बाबा महाकाल ने अपनी सेवा में रखा है. वरना ना जाने आप कहां होते और क्या कर रहे होते. उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल के मंदिर में इन दिनों जो दर्शन व्यवस्था है, उसमें श्रद्धालुओं को धक्का….धक्का….और फिर मंदिर से बाहर कर दिया जाता है.

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श्रद्धालु पैसा खर्च कर भाव लेकर और हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचते है, लेकिन यहां कुछ सेकंड के लिए भी वह बाबा महाकाल के दर्शन नहीं कर पाते है. आपने मंदिर की दर्शन व्यवस्था में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों को सुनाते हुए यह भी कहा कि उन्हें बाबा महाकाल ने अपनी सेवा के लिए इसीलिए रखा है कि वे श्रद्धालुओं को अच्छी तरह से दर्शन करवाएं. यह नहीं कि श्रद्धालुओं से अभद्रता करें और दर्शन करने के पहले ही उन्हें मंदिर से बाहर का रास्ता दिखा दे. प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को एक क्षण बाबा महाकाल के दर्शन करने दीजिए. उन्हें आदर और सम्मान से पुकारिए और जय श्री महाकाल…. जय श्री महाकाल के उद्घोष के साथ प्रसन्न होकर भगवान के दर्शन करवाइए.

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कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं से कहा कि यदि मंदिर में भगवान के दर्शन दूर से होते है, तो घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि शिव महापुराण में इस बात का उल्लेख है कि अगर भगवान के दर्शन दूर से हो रहे है और आप भगवान का जलाभिषेक नहीं भी कर पा रहे है, तो शिवलिंग के ऊपर बंधी जलाधारी से प्रवाहित हो रहे जल को देख लेने मात्र से भी आपकी और से भगवान का जलाभिषेक हो जाएगा.

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