रायपुर.  छत्तीसगढ़ स्थित बैलाडीला की खदानों से हुए लौह अयस्क के रिकॉर्ड उत्पादन और बिक्री ने केंद्र सरकार की नवरत्न कंपनी एनएमडीसी को शिखर पर पहुंचा दिया है। हाल ही में जारी हुए कंपनी के वित्तीय नतीजों के अनुसार कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष में 35.6 मिलियन टन लौह अयस्क का उत्पादन किया, जिसमें से 23.6 मिलियन टन उत्पादन अकेले बैलाडीला की खदानों से हुआ। यही नही पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 36.1 मिलियन टन लौह अयस्क की बिक्री की, जिसमें से 23.2 मिलियन टन बैलाडीला की खदानों से था। कंपनी द्वारा बनाया गया लौह अयस्क के उत्पादन और बिक्री का यह रिकॉर्ड अब तक का सर्वश्रेष्ठ है. कंपनी प्रबंधन का फोकस अब नगरनार स्थित स्टील प्लांट पर है. यही वजह है कि पिछले छह माह में संयंत्र में चल रहे निर्माण कार्यों ने पुरजोर तेजी पकड़ी है. सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो इस साल के अंत तक तीन मिलियन टन क्षमता वाले इस इस्पात संयंत्र की कमीशनिंग हो जाएगी।

स्टील प्लांट समेत अन्य परियोजनाओं से उद्योगों को मजबूती

कंपनी लगभग 15 हजार करोड़ रूपये के निवेश से जगदलपुर के नगरनार में तीन मिलियन टन क्षमता का एकीकृत इस्पात संयंत्र लगा रही है। वहीं पैलेट प्लांट और स्लरी पाइप लाइन परियोजना पर भी तेजी से काम चल रहा है। जैसे-जैसे स्टील प्लांट की कमीशनिंग की तारीख नजदीक आ रही है, जगदलपुर और आसपास के क्षेत्र में सहायक उद्योगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। प्रदेश में उद्योगों की दशा पहले के मुकाबले कहीं बेहतर हुई है।

इसके अलावा रावघाट से जगदलपुर तक रेलवे लाइन बिछाने वाली राज्य सरकार की एक अन्य महत्वपूर्ण परिेयोजना में भी एनएमडीसी प्रमुख सहभागी है। यह परियोजना बस्तर के सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ेगी। साथ ही बाजार की अर्थव्यवस्था में भी इससे मजबूती आएगी।

प्रदेश सरकार की विश्वसनीय सहभागी के रूप में उभरी कंपनी

एनएमडीसी प्रदेश के विकास में राज्य सरकार की सबसे विश्वसनीय सहभागी बनकर उभरी है। बीते सालों में कंपनी की वित्तीय मदद से प्रदेश में कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों को छत्तीसगढ़ जन मानस द्वारा सराहा जा रहा है। सीएसआर मद में से दी गयी इस राशि से जहां सुदूर इलाकों में बुनियादी सुविधाओं के विकास कार्यों ने तेजी पकड़ी है, वहीं शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, खेती-किसानी और एकीकृत गांव विकास जैसी कई योजनाएं भी प्रगति कर रही हैं। यही नही एनएमडीसी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए राज्य सरकार के प्रयासों को गति प्रदान करते हुए बीते चार सालों में हरियर छत्तीसगढ़ जैसी महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रदेश भर में पौधारोपण के लिए लगभग 80 करोड़ रूपये की राशि वन विभाग को दी है। यही नहीं कंपनी अपने सीएसआर बजट का लगभग 80 फीसदी हिस्सा छत्तीसगढ़ प्रदेश के विकास पर खर्च कर रही है। इसमें से 70 फीसदी राज्य शासन की योजना के अनुरूप क्षेत्र के सामाजिक व आर्थिक विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं पर खर्च किया जा रहा है। बस्तर में सड़कों और पुलों का जाल बिछ रहा है। मुख्य मार्गों पर पगडण्डियां नहीं, चौड़ी-पक्की और डामरीकृत सड़कें दिखती हैं।

गत वर्ष छत्तीसगढ़ शासन में विशेष सचिव रहे श्री एन बैजेंद्र कुमार के एनएमडीसी के सीएमडी बनने के बाद यह बदलाव अधिक व्यापक हुआ है। छत्तीसगढ़ को लेकर उनके जुड़ाव का ही नतीजा है कि न केवल परियोजना क्षेत्रों बल्कि आसपास के इलाकों में भी विकास योजनाओं ने तेजी पकड़ी है। श्री कुमार सीएसआर को महज एक सांविधिक आवश्यकता न मानकर लोक कल्याण के लिए पीएसयू कंपनियों की स्थानीय स्तर पर भागीदारी पर खासा जोर देते रहे हैं।

 

शिक्षा और कौशल विकास ने बदला नजरिया

दंतेवाड़ा के जावंगा में एनएमडीसी के सहयोग से बनी एजूकेशन सिटी की सफलता के माॅडल को प्रदेश सरकार अन्य जगहों पर भी दोहराने की तैयारी में है। बीजापुर जिले में भी एजूकेशन सिटी का निर्माण कार्य तेजी पर है। वहीं सुकमा जिले में दिव्यांग बच्चों के लिए आकार भवन तथा पोटा केबिन और साइंस पार्क की स्थापना से शिक्षा के माहौल में सकारात्मक बदलाव देखने मिल रहा है। दंतेवाड़ा जिले के मेधावी विद्यार्थियों के लिए मेडिकल-इंजीनियरिंग शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाएं उत्तीर्ण करने में मदद के लिए उजर 100 कार्यक्रम और छू लो आसमां जैसी योजनाएं जरूरतमंद तबके की ग्रामीण प्रतिभाओं को तराशने में अहम भूमिका निभा रही हैं। प्रदेश की प्रतिभाएं अब वनांचल से निकलकर आईआईटी जैसी प्रतिष्ठित संस्थानों का रूख कर रही हैं। कंपनी द्वारा प्रायोजित नर्सिंग एजूकेशन के जरिए प्रदेश की बालिकाओं ने सुदूर इलाकों में पैरा नर्सिंग स्टाफ की कमी को दूर करने में महती भूमिका निभाई है। भांसी और नगरनार में स्थापित अपने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के जरिये युवाओं के कौशल विकास ने छत्तीसगढ़ के शिक्षण संस्थानों के प्रति लोगों को अपना नजरिया बदलने को मजबूर कर दिया है।