अजय शर्मा,भोपाल। भोपाल के शासकीय एमएलबी कॉलेज से एक अनूठा मामला सामने आया है। जहां प्रभारी प्राचार्य मुकेश दीक्षित पर गंभीर अनियमितता के आरोप लगे हैं। पद मिलते ही प्राचार्य ने कॉलेज की रद्दी और कबाड़ बेचकर लाखों रुपये कमा लिए है। वहीं मामला सामने आने के बाद  उच्च शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं।

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मिली जानकारी के अनुसार प्राचार्य ने पुरानी किताब, अखबारों की 10 लाख रुपये से ज्यादा की रद्दी ओर कबाड़ बेचकर अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करवा लिए। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने किसी भी शासकीय नियमों का पालन नहीं किया है। 

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डॉ. मुकेश दीक्षित प्रभारी प्राचार्य पर आरोप है की उनके द्वारा लाखों रुपए का सरकारी सामान बेचा गया। इसमें पुरानी रद्दी, पुराने कम्प्युटर, पुराने कुलर, पुराने गेट, पुरानी लोहे की जालियां और दरवाजे इत्यादि शामिल है। इनको बेचने के लिये किसी भी शासकीय प्रक्रिया का पालन नही किया गया, जिसमें उन्होंने काफी आर्थिक लाभ हुए हैं।

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वर्तमान में किसी भी प्रकार की नियुक्ति पर शासन द्वारा पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, बहुत ही आवश्यक होने पर आउटसोर्स से ही किसी को रखा जा सकता है। फिलहाल मुकेश दीक्षित एमएलबी और नवीन कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य हैं। इससे पहले भी उन पर कई तरह के आरोप लग चुके है। 

वहीं जब इस विषय को लेकर प्रभारी प्राचार्य से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो वे गुस्से से लाल हो गए। सवालों से गुस्साए प्रभारी प्राचार्य ने lalluram.com के रिपोर्टर के हाथ से माइक आईडी तक झटका। बहरहाल  उच्च शिक्षा विभाग ने रद्दी और कबाड़ घोटाले में जांच के आदेश दे दिए है। 

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