रवि गोयल,जांजगीर-चाम्पा. आरक्षक और एसडीओपी की सोशल मीडिया में बातचीत वायरल हुई है. इसमें आरक्षक ने प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए नक्सली बनने तक की धमकी दे डाली. पुलिस विभाग के अनुसार जांजगीर के यातायात शाखा में पदस्थ आरक्षक पुष्पराज सिंह बिना अनुमति ड्यूटी से गैरहाजिर रहता था.आज जांजगीर चांपा एसपी नीतू कमल ने अनुशासनहीनता के कारण आरक्षक पुष्पराज को बर्खास्त कर दिया.

बताया जा रहा है कि गुरुवार को जांजगीर से एक एएसआई नोटिस लेकर तामील करने के लिए आरक्षक के घर मुंगेली गए थे. आरक्षक ने नोटिस लेने से इनकार कर दिया. जांजगीर एसडीओपी ने आरक्षक से बात की तो उसने नोटिस लेने से इनकार करते हुए पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर माओवादी या नक्सलवादी बनने अथवा आईएसआई में शामिल होने तक की धमकी दे डाली.

ये भी पढ़े – सुनिए ऑडियो : पुलिस विभाग से प्रताड़ित कॉन्स्टेबल ने कहा- मैं जा रहा हूँ कल से नक्सली बनने, अधिकारी ने भी कह दिया- जाओ…जो चाहे बन जाओ…!

2009 में मुंगेली के पुष्पराज सिंह की भर्ती जांजगीर जिले में आरक्षक के रूप में हुई थी. इस समय उसकी पदस्थापना यातायात शाखा जांजगीर में है. गुरूवार को एएसआई नोटिस लेकर गया था. आरक्षक पुष्पराज दो बार बर्खास्त हो चुका है. 2011-12 में चांपा में गांजा के व्यापारी को पकड़ने और छोड़ने के मामले में जांच के बाद जून 14 में उसे बर्खास्त किया गया. अनुपस्थिति के कारण जुलाई 15 में दोबारा बर्खास्त किया. दोनों ही बार एसपी की कार्रवाई पर आरक्षक पुष्पराज सिंह ने आईजी के पास अपील की दोनों ही बार आईजी बिलासपुर ने लाभ देते हुए न्यूनतम वेतन पर बहाली का आदेश दिया था.

आरक्षक पुष्पराज सिंह लगातार अनुपस्थित रहता था. जिसके लिए उसे नोटिस भेजा गया था. उसने लेने से इनकार दिया. इसलिए उसके पूर्व का रिकार्ड देखा गया. आरक्षक लगातार अनुशासनहीन रहा है. उसे दो बार बर्खास्त किया जा चुका है. इसके अलावा उसे करीब डेढ़ दर्जन अन्य सजाएं भी दी जा चुकी है.

फिलहाल मामले की जांच के बाद आज जांजगीर चांपा एसपी नीतू कमल ने पुष्पराज को बर्खास्त कर दिया है. वहीं उनके उपर पुलिस परिवार द्वारा प्रदर्शन कर रहे परिवार को शासन प्रशासन के खिलाफ भड़काने का भी अरोप हैं.

 

अन्य ख़बरों से रूबरू होने के लिए देखिए स्वराज एक्सप्रेस SMBC टाटा स्काई के चैनल न. 582 पर…