रायपुर-धमतरी के बड़े उद्योगपति घराने की महिला सविता खंडेलवाल ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली है.सविता पिछले कई सालों से परेशान थी.और अपने लिये न्याय की गुहार लगा रही थी.सविता का अपने पति से विवाद चल रहा था.साथ ही उसने अंबिकापुर के आईजी हिमांशु गुप्ता पर भी कई आरोप लगाए थे.आज सुबह जहर खाकर खुदकुशी की बात सामने आ रही है.फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
सविता खंडेलवाल अपने बच्चे की कस्टडी और संपत्ति को लेकर पिछले करीब आठ सालों से अपने पति से कानुनी लड़ाई लड़ रही थी.और उसने लगातार ये आरोप लगाए कि पति के पैसे और पहुंच की वजह से उसे न्याय नहीं मिल पा रहा था.कुछ दिनों पहले सविता ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये ये बताया कि उसे घर से निकाल दिया गया है.साथ ही सामान को भी बाहर फेंक दिया गया है.

आईजी हिमांशु गुप्ता पर लगाए गंभीर आरोप

सविता का कहना था कि पति उसका नाम आईजी हिमांशु गुप्ता के साथ जोड़ रहे हैं.और इस आधार पर उसे प्रताड़ित भी किया जा रहा है.सविता की मांग थी कि उसके उपर लग रहे आरोपों पर आईजी हिमांशु गुप्ता सफाई दें.ताकि उसे उसका खोया परिवार और सम्मान वापस मिल सकें.अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सविता ने लगातार हिमांशु गुप्ता की चुप्पी पर सवाल उठाए है.
एक पोस्ट में उसने यहां तक लिखा है कि अगर मेरे साथ कोई भी घटना दुर्घटना होती है.तो उसके जिम्मेदार हिमांशु गुप्ता होंगे.
सविता ने आरोप लगाया था कि हिमांशु गुप्ता के इशारे पर उसे जबरन अंबिकापुर के सखी सेंटर भेज दिया गया.जिसके बाद पागल साबित करने के लिये उसे रायपुर के अस्पताल में एडमिट कर दिया गया.हालाकि इस पुरे मामले पर सविता के पति या आईजी हिमांशु गुप्ता ने कभी अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी.

महिला आयोग भी नहीं सुलझा पाया विवाद

सविता खंडेलवाल ने कुछ महिनों पहले राज्य महिला आयोग के दफ्तर के बाहर धरना दिया था.आरोप था कि महिला आयोग उसके मामले में सहयोग नहीं कर रहा है.महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पांडेय का बयान था कि आयोग ने पुरी कोशिश की है.लेकिन मामला बेहद पेचिदा है.और साथ ही कोर्ट में होने की वजह से आयोग की भी अपनी सीमाएं हैं.
बहरहाल शुरु से ही सविता खंडेलवाल का मामला बेहद पेचिदा रहा.और खुदकुशी के बाद ये रहस्य और गहरा गया है.

अन्य ख़बरों से रूबरू होने के लिए देखिए स्वराज एक्सप्रेस SMBC टाटा स्काई के चैनल न. 582 पर…