नीरज काकोटिया,बालाघाट। बालाघाट जिले के विधानसभा क्षेत्र परसवाड़ा में आगामी 23 व 24 मई को बागेश्वर महाराज धीरेंद्र शास्त्री का दो दिवसीय वनवासी कथा का आयोजन किया जाना है, जिसका आदिवासी समाज बैठक कर सरकार के ऊपर पेसा एक्ट कानून का पालन नही करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद कार्य्रकम को लेकर पसोपेश की स्थिति निर्मित हो गई है।

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दरअसल आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि संविधान में 19/5 मे स्पष्ट लिखा है कि ऐसा कोई कृत्य उस क्षेत्र में ना किया जाए जिससे वहां के रहने वाले आदिवासियों की रीति रिवाज, संस्कृति प्रभावित हो। लेकिन प्रदेश सरकार के मंत्री द्वारा ऐसे क्षेत्रों में बाहरी संस्कृति का प्रचार करके आदिवासियों की संस्कृति को खराब एवं राजनीति की जा रही है, जिसका वे पुरजोर विरोध करते हैं। वही आदिवासी समाज ने ग्रामसभा के माध्यम से यह भी आदेशित किया है कि वह बागेश्वर महाराज के कार्यक्रम में ना जाएं।

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वही इस कथावाचक को लेकर उठ रहे सवालों पर मंत्री रामकिशोर कावरे ने राम मंदिर में बैठक के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कुछ लोगों के द्वारा यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि पेसा एक्ट का पालन नहीं किया गया है। मैं बता देना चाहता हूं कि कार्यक्रम में अभी समय है. स्वीकृति लेकर ही कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह भी कहा जा रहा है कि कार्यक्रम में चंदा लिया जाएगा, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि किसी से भी कोई चंदा वसूल नहीं किया जाएगा और ना ही कोई पर्ची काटी जाएगी। कावरे ने कहा कि क्षेत्र के लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि यहां के आदिवासी समुदाय को वनवासी कहा गया है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आयोजित कार्यक्रम का नाम ही वनवासी राम कथा है जिसने भगवान श्री राम के वनवास के दौरान कैसे वह पुरुषोत्तम राम बने इसका कथा वाचन होगा। जिस पर भ्रम फैलाने का कार्य किया जा रहा है। 

धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ बैतूल में कलार समाज उतरा सड़को पर 

अमित कोडले, बैतूल। इधर बैतूल में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कलचुरी समाज के निशाने पर हैं। बैतूल में कलार समाज ने साफ शब्दों में कहा है कि शास्त्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए या फिर वह सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें। यह पूरा विवाद असल में शास्त्री के एक वीडियो बयान को लेकर है, जिसमें वह कलचुरी समाज के आराध्य भगवान सहस्रबाहु के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द बोलते हुए नजर आए और उन्होंने यह वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया है। कलचुरी समाज के लोगों ने आज बैतूल जिले में एसपी और कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। साथ ही नारेबाजी कर शास्त्री के 16 पुतलों का शिवाजी चौक पर दहन किया। कलचुरी समाज के लोगों का कहना है कि शास्त्री अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें, नहीं तो आने वाले समय में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। 

ट्वीट कर धीरेंद्र शास्त्री ने दी सफाई 

पूज्य सरकार ने भगवान परशुराम जी एवं महाराज सहस्त्रबाहू अर्जुन जी के मध्य हुए युद्ध के विषय में जो भी कहा गया है वह हमारे पवित्र हिन्दू शास्त्रों में वर्णित आधार पर कहा गया है…पूज्य गुरुदेव का उद्देश्य किसी भी समाज अथवा वर्ग की भावनाओं को आहत करने का नही था न ही कभी होगा,क्योंकि वो तो सदैव सनातन की एकता के पक्षधर रहे हैं…इस विषय पर पूज्य सरकार ने अपनी बात कही है…

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