विप्लव गुप्ता,पेंड्रा. किसान आत्महत्या मामले में सियासत पूरी तरह गर्म है. किसान सुरेश सिंह मरावी की आत्महत्या के बाद से शुरू हुए आंदोलन और प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है. इसी कड़ी में आज जोगी कांग्रेस ने एक बार फिर जमकर प्रदर्शन किया है.
जहां पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमाझटकी हुई. लेकिन कार्यकर्ताओं का गुस्सा फिर भी शांत नहीं हुआ और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.बता दें कि इससे पहले भी जोगी कांग्रेस ने किसान आत्महत्या मामले में पेंड्रा थाने का घेराव किया था. और चेतावनी दी थी अगर उनकी मांगे नहीं सुनी जाती हैं तो वे एसडीएम कार्यालय का घेराव करेंगे.
15 दिन की चेतावनी
इसी क्रम मेंं जेसीसीजे ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय का घेराव किया और जांचकर्ता अधिकारी से लेकर पटवारी तहसीलदार और ऋणि किसान सुरेश सिंह मरावी को नोटिस जारी करने वाले अधिकारी समेत मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री के खिलाफ जांच और एफआईआर की मांग की है.हांलाकि जोगी कांग्रेस ने एक फिर 15 दिनों का समय देते हुए कहा है कि यदि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो बड़े नेताओं के साथ अनुविभागीय कार्यालय में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.
आपको बता दें कि पेंड्रा विकासखंड के कुदरी गांव किसान सुरेश सिंह ने 7 जून को आत्महत्या कर ली थी. घटना के बाद से ही मृतक के परिवार ने आरोप लगाया था कि सुरेश कर्ज से परेशान था और बार-बार नोटिस भेजने के कारण ही किसान ने आत्महत्या की है. इसके बाद मृतक के परिवार ने मुआवजे के भी मांग की थी.
वहीं प्रशासन ने इसी मामले में एक रिपोर्ट तैयार कर कर्ज को आत्महत्या का कारण नहीं बताया था. रिपोर्ट में तर्क दिया गया था कि किसान के खाते में 1लाख 83 हजार रुपए जमा थे इसलिए कर्ज और पैसे की कमी जैसी कोई बात नहीं है . लेकिन मामले ने नया मोड़ तब लिया जब लल्लूराम ने इसकी तफ्तीश की. तफ्तीश करने में पता चला था कि किसान की मौत 7 जून 2018 को हुई थी जबकि उसके खाते में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की रकम 179547 रूपय 55 पैसे 8 जून को ट्रांसफर किए गए जो कि उसकी मौत के दूसरे दिन है. इसके बाद से ही राजनैतिक दल इसी मुद्दे को लेकर लगातार सरकार को घेरने की कोशिश में लगे हुए हैं.