रायपुर. दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी के तीखे तेवर अब प्रदेश में भी देखने को मिल रहे हैं. इसी कड़ी में आप ने एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर सरकार पर तीखा हमला किया है. आप के राज्यसभा सांसद डॉ.सुशील गुप्ता ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस दिन छत्तीसगढ़ दौरे पर थे. उन्हें ज्ञापन सौपने के लिए हमारे पार्टी के पदाधिकारी एयरपोर्ट गए थे. हमारे कार्यकर्ता रोजगार,किसानों के मुद्दों, शिक्षा,बिजली,पानी के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपना चाहते थे. कार्यकर्ताओं ने पीएम को ज्ञापन देने के लिए टिकट भी लिया था,पर उनसे कहा गया कि एसडीएम को ज्ञापन सौंप दो, परंतु कार्यकर्ताओं नहीं  एसडीएम को ज्ञापन नहीं सौंपा. यहां तक की कार्यकर्ताओं की सीआईएसएफ ने चेकिंग भी की थी पर उन्हें कुछ नहीं मिला था. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने काला रुमाल दिखाया था.इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया और उन पर गलत कार्रवाई करते हुए 1 दिन बाद ही धाराएं लगा दी गई.

29 जुलाई को करेंगे मुख्यमंत्री आवास का घेराव

मैं आपको बताना चाहता हूं की जिस दिन से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छत्तीसगढ़ में सभा की है उस दिन से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है. गुप्ता ने पुलिस परिवार आंदोलन को लेकर भी हमला किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस परिवार आंदोलन करने गए तो सरकार ने उनका भी दमन कर लिया और आंदोलन नहीं करने दे रही.

राज्यसभा सांसद ने इसके अतिरिक्त बताया है कि हम 1 जुलाई से सभी 90 विधानसभा मे प्रदर्शन करेंगे. 2 जुलाई को शांतिपूर्ण उपवास करेंगे. 29 जुलाई को मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के आवास का घेराव करेंगे. इस दौरान उन्होंंने प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि मोदी दिल्ली मेें एलजी के माध्यम से जुल्म कर रहे हैं.सुशील गुप्त ने विधायक विमाल चोपड़ा के साथ मारपीट के मामले पर राज्य सरकार पर हमला किया है. गुप्ता ने कहा कि सरकार के इशारे पर ही महासमुंद में र्निदलीय विधायक को पीटा गया है. जिसकी हम निंदा करते हैं.

जेल में हो रहा है मानवाधिकार  का हनन

इस दौरान प्रदेश संयोजक डॉ. संकेत ठाकुर ने भी उनके और उनके साथियों की गिरफ्तारी को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमने जैसे ही जेल के भीतर प्रवेश किया जेलर ने कहा आप लोग अपराधी हो राजनैतिज्ञ नहीं हो.हमारे कपड़े उतारे जाने की कोशिश की गई, हमारे अंतःवस्त्र उतारने के लिए कहा गया. हत्या बलात्कारियों के बीच रखा गया. जेलर ने हमें क्रिमिनल कहा,हमें सोने के लिए चादर कंबल तक नहीं दिया गया, विरोध करने के बाद हमें ये सब उप्लब्ध कराया गया. हम सभी को अलग अलग बैरक में रखा गया. आजीवन कारावास के अपराधियों के बीच रखा गया उनके पैर के पास सोने को मजबूर किया गया. जेल में मानवाधिकार का हनन किया जा रहा है. हमने आपातकाल नहीं देखा लेकिन आपातकाल भोगकर आए हैं.

गौरतलब है कि आप के नेताओं ने 14 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भिलाई दौरे के वक्त रायपुर एयरपोर्ट पर उनसे मिलने की कोशिश की थी. सफल नहीं होने पर इन्होंने वहां काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी शुरु कर दी थी. इस दौरान पार्टी के 14 नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं इनमें से 2 को पिछले बुधवार को ही जमानत मिल गई थी, लेकिन बाकी बचे हुए 12 नेताओं को सोमवार को जमानत मिली है.