Bank Home Loan Rates: निजी क्षेत्र के दिग्गज बैंक एचडीएफसी ने एमसीएलआर दरों में इजाफा किया है। MCLR से जुड़े होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन की ब्याज दरें प्रभावित होंगी. नतीजतन कर्जदारों की ईएमआई में इजाफा होगा, जो कर्जदारों को परेशान करेगा। बैंक के एमसीएलआर रेट बढ़ाने के फैसले से करोड़ों ग्राहकों को झटका लगा है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने मई 2022 से रेपो रेट में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी की है। रेपो रेट में बढ़ोतरी के साथ ही बैंकों पर कर्ज की ब्याज दरें बढ़ाने का दबाव बढ़ जाता है। पिछले अप्रैल में आरबीआई की एमपीसी बैठक में रेपो रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी। जिसके बाद एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 85 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी। इसके अलावा कई अन्य बैंकों ने कर्ज की ब्याज दरें नहीं बढ़ाईं.

एमसीएलआर में 15 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी

एचडीएफसी बैंक ने मई में एमसीएलआर दरों में संशोधन किया है, जिससे चुनिंदा अवधि के कर्ज की नई ब्याज दरें प्रभावित हुई हैं। एचडीएफसी ने एमसीएलआर दर में 15 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक नई दरें 8 मई 2023 से प्रभावी कर दी गई हैं।

ओवरनाइट MCLR अब 7.80% से बढ़कर 7.95% हो गया है।

एक महीने के लिए MCLR 7.95% से बढ़कर 8.10% हो गया है।

एमसीएलआर को तीन महीने के लिए 8.40 फीसदी कर दिया गया है।

छह महीने की अवधि पर एमसीएलआर बढ़ाकर 8.80 फीसदी कर दिया गया है।

एक साल की एमसीएलआर अब 8.95% से बढ़कर 9.05% हो गई है।

दो साल की एमसीएलआर 9.10 फीसदी हो गई है।

तीन साल की अवधि पर एमसीएलआर 9.20 फीसदी होगा।

कर्जधारकों को अधिक ईएमआई चुकानी होगी

एचडीएफसी बैंक के एमसीएलआर दरों में वृद्धि के फैसले से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन जैसे फ्लोटर योजनाओं वाले सभी प्रकार के ऋणों की ब्याज दरों में वृद्धि होगी, जिसका भुगतान उधारकर्ताओं को उच्च ईएमआई के रूप में करना होगा। बैंक का एमसीएलआर बढ़ने से न सिर्फ पुराने कर्जधारकों पर असर पड़ेगा, बल्कि नए ग्राहकों को महंगे ब्याज दर पर कर्ज लेना पड़ेगा.