कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में सोमवार को गांधीगिरी वाला धरना देखने को मिला, जहां नगर निगम सभापति और अपर आयुक्त ने धरना दिया. परिसर में साफ सफाई के साथ पोछा लगाया. यह धरना प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के पात्र हितग्राहियों को बैंक द्वारा लोन प्रदान ना करने पर दिया गया.

दरअसल रॉक्सी पुल स्थित एसबीआई बैंक शाखा पर बीते कई दिनों से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के पात्र हितग्राही लोन के लिए चक्कर काट रहे थे. इसको लेकर नगर निगम के अधिकारियों से भी हितग्राही संपर्क किया, लेकिन उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था, क्योंकि बैंक द्वारा उन्हें लोन नहीं दिया जा रहा था.

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इसी को लेकर सोमवार को नगर निगम सभापति मनोज तोमर और अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता बैंक पहुंचे, जहां उन्होंने गांधीगिरी वाला धरना दिया और परिसर में साफ सफाई के साथ पोछा लगाया. जिसे देख बैंक कर्मचारी और वहां मौजूद लोग हैरान रह गए.

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आपको बता दें कि 310 पात्र हितग्राहियों को लोन जारी होना है, लेकिन लोन नहीं दिया गया है. हालांकि गांधीगिरी वाले धरने के चलते बैंक प्रबंधन ने जल्द सभी पात्र हितग्राहियों को लोन जारी करने की बात कही. तब कही जाकर धरना खत्म हुआ.

क्या है प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ?

  • इस योजना को 1 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा चलाया गया.
  • इसके अंतर्गत देश में छोटे व्यापारियों और रेहड़ी वालों को ऋण देने की व्यवस्था है.
  • योजना के अंतर्गत लघु व्यापारियों को 10000 रूपये का ऋण दिया जायेगा.
  • इसका उद्देश्य छोटे व्यापारियों एवं रेहड़ी पटरी वालों की मदद करना है.
  • अभी तक 1.54 लाख आवेदक इस योजना के तहत ऋण प्राप्त कर चुके हैं.
  • लिए गए ऋण को 1 वर्ष के अंदर किश्तों में चुकाया जा सकता है।

पीएम स्वनिधि के लिए कौन पात्र है ?

  • शहरी क्षेत्रों में स्ट्रीट वेंडर जो 24 मार्च 2020 तक कम से कम एक वर्ष से वेंडिंग के व्यवसाय में हैं.
  • स्ट्रीट वेंडर्स जिन्हें 24 मार्च 2020 को या उससे पहले शहरी स्थानीय निकाय (ULB) द्वारा वेंडिंग / पहचान पत्र का प्रमाण पत्र जारी किया गया है.
  • स्ट्रीट वेंडर जिनके पास एक बचत बैंक खाता और एक मोबाइल फोन है.
  • स्ट्रीट वेंडर जो किसी अन्य ऋण योजना का लाभ नहीं उठा रहे हैं.

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