रिपोर्ट- पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। पाकिस्तान के खिलाड़ी को धूल चटाकर गोल्ड मैडल जीतने वाली एक छत्तसीगढ़ की बेटी दामिनी साहू मुफलिसी का जीवन जीने को मजबूर है. लड़की योगा स्पोर्टस की खिलाड़ी है. जिसने नेपाल में आयोजित साउथ एशियन योगा स्पोर्टस में गोल्ड मैडल जीता है. लेकिन भारत का नाम रौशन करने वाली दामिनी साहू को मज़दूरी का काम करना पड़ रहा है.

 

दामिनी धमतरी जिले के दर्रा गांव की रहने वाली है. दामिनी ने 6 से 9 मई तक आयोजित प्रतियोगिता में पाकिस्तानी खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मैडल जीता. लेकिन इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए दामिनी के पास पैसे नहीं थे तो उसके पिता ने साहूकार से 2 प्रतिशत की दर से कर्ज़ लिया.

 

गोल्ड मैडल जीतने के बाद योगा में ही दामिनी करियर बनाना चाहती है लेकिन कैसे बनाएगी इसका जवाब उसके पास नहीं है. फिलहाल ये गोल्डमैडलिस्ट रेजा का काम कर रही है. उसके पिता कई महीनों से श्रम कार्ड बनवाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं.