शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) से पहले बीजेपी के बड़े नेताओं के बीच खींचतान और अंतर्कलह बढ़ने लगी है. महाराज गुट के मंत्री गोविंद सिंह और नाराज गुट के मंत्री गोपाल भार्गव ने शिवराज गुट के भूपेंद्र सिंह की कार्यशैली को लेकर पार्टी फोरम पर शिकायत करने की खबर सामने आई है. मंत्रियों ने सीएम शिवराज से मुलाकात कर शिकायत की. अब पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने मंत्री भूपेन्द्र सिंह की शिकायत की खबरों का खंडन किया है.

सीएम के साथ मुलाकात की भ्रामक खबरें फैली- मंत्री गोपाल

मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हम मुख्यमंत्री शिवराज से संगठनात्मक और आकांक्षी विधानसभा सीटों के संबंध में मिले थे. सीएम के साथ मुलाकात को भ्रामक रूप से प्रचारित किया जा रहा है. मैं सभी को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं बीजेपी का संस्थापक सदस्य हूं. मैंने एक बच्चे की तरह अपनी मां की यानी पार्टी की सेवा की है. इसलिए किसी को शंका नहीं होनी चाहिए.

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विधानसभा-लोकसभा चुनाव में सत प्रतिशत बहुमत मिलेगी- मंत्री गोपाल

मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हम सभी एक हैं. हम सभी की सौगंध है कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सत प्रतिशत बहुमत के साथ चुनाव जिताएंगे. बुंदेलखंड और महाकौशल क्षेत्र में पार्टी को खड़ा करने में मैंने जो अपना समय लगाया है. पार्टी को भविष्य में और मजबूत करने के लिए वह सार्थक होगा.

मैं इस विवाद पर कुछ नहीं कहूंगा- मंत्री भूपेन्द्र

नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंत्रियों के विवाद पर पूछे सवाल पर कहा कि मैं इस विवाद पर कुछ नहीं कहूंगा. मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने चुप्पी साध ली. जिससे विवाद की खबरों को हवा मिली है.

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मामला क्या है ?

बता दें कि मामला यह सामने आया है कि मंत्री भूपेंद्र सिंह सागर जिले में अपनी मनमर्जी चला रहे हैं. सागर जिले से मंत्री आने वाले दो मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री शिवराज से भूपेंद्र सिंह की शिकायत की है. खबर थी कि मंत्री गोपाल भार्गव, मंत्री गोविंद राजपूत सहित समर्थकों ने सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी दी थी.

रिपोर्ट्स के मुताबिक भार्गव-राजपूत का आरोप है कि भूपेंद्र सिंह ऐसे लोगों को प्रश्रय दे रहे हैं, जो उनके विरोधी हैं और छवि खराब की जा रही है. सीएम से मुलाकात के बाद वे भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के पास भी गए. इस दौरान उन्होंने सागर जिले के प्रशासनिक व्यवस्था से लेकर हर मामले में भूपेंद्र सिंह की दखलंदाजी की जानकारी दी.

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चर्चा है कि विवाद उत्पन्न होने की वजह व्यवसाय और कमीशनखोरी है. सागर जिले से तीन कैबिनेट मंत्री हैं. ऐसे में विवाद गहराना लाजमी है. मंत्री भूपेंद्र सिंह सीएम शिवराज के करीबी हैं. अन्य मंत्री अपने स्वयं के क्षेत्र में भी अपने हिसाब से काम नहीं करा पा रहे हैं. इसी बात को लेकर विवाद उत्पन्न हुई है.

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