धीरज दुबे,कोरबा. सोमवार को जनदर्शन में परसाभांठा से आये महादेव मानिकपुर अपने लकवाग्रस्त हो चुके बेटे सूरज को लेकर पहुंचे थे. कलेक्टर ने महादेव की पीड़ा सुनकर उनका आवेदन जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को भेज दिया. जिसके बाद महादेव ने अपने पीड़ित बेटे को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों के पास पहुंचे. यहां उन्होंने बिस्तर में लेते सूरज को देखा और परिजनों से कथित तौर पर कहा की यह अजीत जोगी जैसे मरीज हैं. इन्हे ठीक नहीं किया जा सकता.

जेसीसीजे ने की कार्रवाई की मांग…

लेकिन छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अनुसार इन बातों को वहां मौजूद पार्टी के किसी कार्यकर्ता ने सुन लिया और जिले के बड़े नेताओ से कह दी. इसके बाद मानो जेसीसी नेताओ का गुस्सा उबल पड़ा. उन्होंने कलेक्टर कार्यालय पहुँच कर उनके इस बयान की निंदा की साथ ही स्वास्थ्य अधिकारी पर कार्रवाई की भी मांग की है.

जेसीसीजे करेगी प्रदर्शन..

इस सम्बन्ध में जोगी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष शिव अग्रवाल ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है की जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने एक लकवाग्रस्त मरीज के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को उदाहरण के तौर पर पेश किया है. यह उनकी निम्न सोच को दर्शाता है. वे स्वास्थ्य अधिकारी से मिलकर इसपर बात करेंगे साथ ही प्रदेश भर में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ इसके खिलाफ उग्र आंदोलन भी करेगी.

इधर सिविल सर्जन अरुण तिवारी ने इस तरह का बयान देने से इनकार किया है.