दिल्ली. महिला पलवानों के मुद्दे पर महाराष्ट्र बीजेपी की भाजपा की सांसद प्रीतम मुंडे ने बड़ा बयान देते हुए उनके सपोर्ट में उतरीं हैं. सांसद प्रीतम मुंडे ने अपनी सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि, सरकार की तरफ से किसी ने भी उन महिला खिलाड़ियों से संपर्क नहीं किया, जो होना चाहिए था. उन्होंने यह भी कहा कि, जब इस तरह के आरोप लगे हैं तो इसकी समय पर जांच होनी चाहिए थी, सच सामने आना चाहिए था. इतना ही नहीं उन्होंंने कहा, मुझे एक सांसद के तौर पर नहीं बल्कि महिला के तौर पर इन महिला पहवानों से दिलचस्पी है.
इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पहवानों के समर्थन में कोलकाता की सड़कों पर पैदल मार्च निकाला. इतना ही उनके साथ उनके पार्टी के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता के साथ आम लोग भी शामिल हुए.
ममता बनर्जी ने इस दौरान कहा, बीजेपी नेता होने के कारण आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है. यह देश के लिए शर्म की बात है. पहलवान हरिद्वार गए, लेकिन दोषी की गिरफ्तारी नहीं हुई. गिरफ्तारी की मांग को लेकर हमारा धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. हमें अपने खिलाड़ियों पर गर्व है. हमने आने वाले दिनों में विरोध जारी रखने का फैसला किया है. हमने उनसे बात की है, हमारी टीम उनका समर्थन करने वहां जाएगी.
UWW की चेतावनी
इस मामले में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने मंगलवार को कहा कि अगर 45 दिनों के अंदर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव नहीं होते हैं तो WFI को आगे के मैच के लिए सस्पेंड किया जा सकता है. UWW की धमकी इसलिए भी अहमियत रखती है, क्योंकि अगर WFI को सस्पेंड कर दिया जाता है तो भारतीय एथलीट्स को आगे के सभी मैच न्यूट्रल झंडे के साथ खेलने होंगे. यानी कोई भी खिलाड़ी भारतीय ध्वज के साथ अंतरराष्ट्रीय कुश्ती के मैच में भाग नहीं ले पाएगा.
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