रायपुर. विधानसभा में आज सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी से हो रही मौतों के मामले पर जमकर हंगामा हुआ. गर्भगृह में नारेबाजी के चलते कांग्रेस के 26 विधायक निलंबित हो गए , हालांकि अध्यक्ष ने निलंबन रद्द कर दिया. इससे पहले शून्यकाल में विपक्ष ने सुपेबेड़ा का मुद्दा उठाते हुए स्थगन पर चर्चा की मांग की. भूपेश बघेल ने कहा-आज फिर एक मौत की सूचना आई है. ये बेहद गंभीर मामला है…गांव के लोगों की शादी नहीं हो रही…ग्रामीण अपनी जमीन बेचकर अपना इलाज कराने पर मजबूर हैं. सरपंच ने लिखकर दिया है कि सौ से अधिक लोगों की मौत हुई है. नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने कहा- अब तक 106 लोगों की मौत हुई है. सरकार के कानों में कब जूं रेंगेगी. अरुण वोरा ने कहा- इसे राजकीय आपदा घोषित की जानी चाहिए. धनेंद्र साहू ने कहा कि ये कलंक का विषय है….अमरजीत भगत ने कहा कि सरकार इस विषय पर गंभीर नहीं है….
– संसदीय कार्य मंत्री ने विपक्षी सदस्यों की ओर से ग्रामीणों की मौत को लेकर बताए गए अलग अलग आकंड़ों पर आपत्ति की, इसे लेकर विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया. विपक्ष ने कहा कि यदि दो मौत भी होती है तो क्या ये सरकार के लिए चिंता का विषय नहीं है?
इधर स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर कहा कि ग्रामीणों के रक्त में यूरिया और क्रिएटिन की मात्रा अधिक पाई जा रही है. इसकी जांच की जा रही है. कुछ नल में फ्लोराइड की मात्रा अधिक पाई गई है. दन्त चिकित्सक की भी ड्यूटी लगाई गई है.
– स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर 2400 ग्रामीणों की जांच की गई है. जो इलाज के लिए सहमति दे रहे हैं, उनका चिरायु योजना के तहत इलाज किया जा रहा है. स्वाथ्य विभाग की टीम ने प्रभावित गांवों से जल और मिट्टी के नमूने लिए गए हैं. मंत्री ने जानकारी दी कि गरियाबंद जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट की स्थापना की स्वीकृति दी गई है.साथ ही यहां करीब उप स्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्वीकृत दी गई है