कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित जीवाजी विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने जबरदस्त हंगामा किया। छात्रों ने यह प्रदर्शन विश्वविद्यालय पर रुपए लेकर फर्जी डिग्री के गोरखधंधे का आरोप लगाते हुए किया। कुलपति चेंबर के सामने लगभग 5 घंटे तक यह प्रदर्शन जारी रहा, जिसके बाद विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने मामले में विश्वविद्यालय की आंतरिक जांच कमेटी को मामला सुपुर्द करने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर यह प्रदर्शन खत्म हुआ।
दरअसल, हाल ही में ग्वालियर पुलिस ने महाराष्ट्र की एक युवती और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। ये युवती फर्जी दस्तावेज तैयार कर ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री की डुप्लीकेट कॉपी बनवाने पहुंची थी। युवती जिसके नाम से डिग्री बनवाने पहुंची थी वो बीजेपी पार्षद की भांजी थी। यही वजह कि जब इस युवती ने डुप्लीकेट दस्तावेज बनवाने आवेदन दिया तो मेडीकल कॉलेज ने भाजपा पार्षद को जानकारी दी। भाजपा पार्षद ने अपनी भांजी से बात की तो ये खुलासा हुआ कि दस्तावेज हासिल करने आई छात्रा फर्जी है, जिसके बाद भाजपा पार्षद की शिकायत पर पुलिस महाराष्ट्र की युवती और उसके दोस्त को दबोच लिया। पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि इसी लड़की ने जीवाजी यूनिवर्सिटी से भी फर्जी डिग्री बनवाई थी, उसे एक दिन में डिग्री बनाकर दे दी गई थी। प्रतीक्षा शर्मा के नाम से बनवाई इस फर्जी डिग्री के मामले को लेकर ABVP ने मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय में दूरदराज से आने वाले छात्रों को कई दिनों के चक्कर लगवाने के बाद डिग्री समेत अन्य काम किए जाते हैं, जबकि पैसों को ले देकर फर्जी डिग्री विश्वविद्यालय में बनाई जा रही है। ऐसे में इस फर्जीवाड़े में जो भी दोषी हैं उन पर कार्रवाई ना होने तक ABVP निरंतर प्रदर्शन जारी रखेगा।
वहीं इस मामले में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर आरके बघेल का कहना है कि मामला काफी गंभीर है। ऐसे में विश्वविद्यालय में कुलपति से चर्चा के बाद इस मामले की जांच कमेटी बनाकर इसकी रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया है। प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठन को भी कहा गया है कि मामले में जो भी दोषी होगा, उस पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जांच पूरे होने तक विश्वविद्यालय में प्रदर्शन न करने का भी आग्रह किया गया है।
गौरतलब है कि ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में 29 मई को महाराष्ट्र की एक छात्रा ने आवेदन दिया। प्रतीक्षा शर्मा नाम की इस छात्रा ने आवेदन में बताया कि उसने जीआरएमसी से 2018 में एमबीबीएस पास किया था। लेकिन उसके दस्तावेज गुम हो गए हैं। लिहाजा उसे डुप्लीकेट दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं। 2018 में एमबीबीएस पास करने वाली छात्रा प्रतीक्षा शर्मा ग्वालियर के वरिष्ठ भाजपा पार्षद सतीश बोहरे की भांजी है। जब कॉलेज प्रशासन छात्रा के आवेदन की जांच कर रहा था, तब उन्होंने भाजपा पार्षद सतीश बोहरे को फोन पर बताया। पार्षद सतीश बोहरे ने जब दिल्ली में अपनी भांजी प्रतीक्षा शर्मा से बात की तो उसने बताया कि उसने एमबीबीएस के दस्तावेज बनवाने के लिए न तो आवेदन दिया है ना ही वह ग्वालियर आई है। इसके बाद पार्षद सतीश बोहरे ने तत्काल झांसी रोड थाने में इसकी शिकायत की। 9 जून को जब यह छात्रा मालेगांव महाराष्ट्र से दस्तावेज लेने के लिए फिर ग्वालियर पहुंची। तो झांसी रोड पुलिस ने उसे सिटी सेंटर के एक होटल से दबोच लिया। युवती के साथ उसका एक मुस्लिम दोस्त मोहम्मद शरीफ भी था वो भी मालेगांव का रहने वाला है। युवती के पास प्रतीक्षा शर्मा नाम का आधार कार्ड भी मिला है। पुलिस को आधार कार्ड फर्जी लग रहा है। पुलिस ने आरोपी लड़की और उसके साथी दोस्त मोहम्मद शरीफ के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज तैयार करने और धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया। जब पुलिस ने मालेगांव में जानकारी हासिल की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पकड़ी गई युवती साल 2018 में पासआउट प्रतीक्षा शर्मा के नाम से ही महाराष्ट्र के एक अस्पताल में 2 साल से नौकरी कर रही है। साथ ही उसने जीवाजी विश्विद्यालय से फर्जी डिग्री भी ली थी। पुलिस अब युवती और उसके दोस्त को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने में जुट गई है कि इनको जाली दस्तावेज उपलब्ध कराने में किन लोगों ने मदद की है। और फर्जी दस्तावेज बनवाने के पीछे उनका मकसद क्या है और प्रतिक्षा शर्मा नाम के आधार कार्ड रखने वाली युवती का असली नाम क्या है। साथ ही इस युवती का मुस्लिम युवक मोहम्मद शरीफ से क्या रिश्ता है।
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