दिनेश शर्मा, सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले में स्थित नौरादेही अभयारण्य को बाघों से आबाद करने वाले बाघ एन-2 यानी किशन की आज मौत हो गई। डेढ़ साल पहले पन्ना की ओर से आए बाघ एन- 3 से कुछ दिन पहले नौरादेही अभ्यारण सेंचुरी में एन-2 यानि किशन के साथ मुठभेड़ हुई थी। जिसमें किशन को आंख के पास गहरी चोट आई थी। जिसके बाद वन अमले और डाक्टरों की एक टीम निगरानी में लगी हुई थी। हालांकि डॉक्टरों ने एन- 2 के जख्म को लेकर हिदायत भी दी थी कि अगर जख्म जल्द नहीं सूखा तो स्थिति बिगड़ भी सकती है और आज उसकी मौत हो गई।
हालांकि पन्ना टाइगर रिजर्व से आई टीम उसका इलाज कर रही थी। बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार को उसे ट्रेंकुलाइजर गन से इंजेक्शन लगाया गया। इंजेक्शन लगने के बाद बाघ घायल अवस्था में इलाज के बाद पोखर में भरे पानी में चला गया। पन्ना टाइगर रिजर्व से आए एक्सपर्ट डॉ संजीव गुप्ता की देखरेख में उसका इलाज चल रहा था।
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बाघ एन- 3 भी घायल हुआ है। दोनों में टेरेटरी को लेकर संघर्ष हुआ था। बाघ एन- 3 जंगल में ही है। नौरादेही अभ्यारण वन अमले को गश्त के दौरान बाघ एन- 2 मृत हालात में मिला। मौके पर सभी अधिकारी पहुंचे। जिसके बाद पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया। फिलहाल पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत की पुष्टि हो पाएगी। वहीं बाघ की मौत के बाद वन विभाग में हडकंप मच गया है.
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