भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी पर पेशाब (Sidhi Peshab Kand) करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना के आरोपी प्रवेश शुक्ला पर एनएसए लगा दिया गया है। आरोपी को रीवा जेल (Rewa Jail) में रखा जाएगा। आरोपी के घर पर बुलडोजर भी चलाया गया है। इस मामले की सिर्फ प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चा हो रही है। विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो रही है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सीएम शिवराज को पत्र लिखा है। उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा पर प्रवेश शुक्ला को बचाने का आरोप लगाया है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि इस घटना ने मध्यप्रदेश की छवि पूरी दुनिया में खराब कर दी। सीधी मामले में बीजेपी पार्टी पूरी तरह दोषी है।

सीधी मामले में बीजेपी के बाद कांग्रेस ने कमेटी गठित की है। पांच नेताओं की समिति गठित की गई है। जिसमें ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, मानिक सिंह, लाल चंद्र गुप्ता, सरस्वती सिंह, बसंत कोल को कमेटी का सदस्य बनाया गया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कमेटी बनाई है। कमेटी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच करेगी। कमेटी को 8 जुलाई तक प्रदेश कांग्रेस को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

डॉक्टर गोविंद सिंह ने सीएम को लिखा पत्र

सीधी पेशाब कांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने सीएम शिवराज को एक पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा पर प्रवेश शुक्ला को बचाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने इस पत्र में पूर्व में सिवनी जिले में हुई बजरंग दल कार्यकर्ता द्वारा निर्दोष आदिवासी मजदूर की हत्या का भी जिक्र किया है।

गोविंद सिंह कहा कि सीधी की घटना ने मध्यप्रदेश को ही नहीं बल्कि पूरे देश में कलंकित किया है। इस घटना ने आदिवासियों के रहनुमा बनने के बीजेपी के दावों की सारी पोल खोल दी है। वहीं सीएम शिवराज सिंह से नेता प्रतिपक्ष ने अनुरोध करते हुए कहा कि दसमत रावत कोल आदिवासी द्वारा लिखवाए गए झूठे शपथ पत्र और वीडियो की जांच तकनीकी विशेषज्ञ से करवाई जाए।

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सीधी घटना पर जीतू पटवारी का बयान

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि इस घटना ने मध्यप्रदेश की छवि पूरी दुनिया में खराब कर दी। सीधी मामले में बीजेपी पार्टी पूरी तरह दोषी है। बीजेपी ने जो कलंक गाथा एमपी पर लगाई है, उस कड़ी में एक कदम ओर आगे बढ़ गए है। इसके बाद जीतू पटवारी ने कहा कि, 24 घण्टे में इस घटना के सही साक्ष्य सामने आना चाहिए।

जीतू पटवारी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि 20 साल में आदिवासियों के लिए क्या किया है। 20 साल छोटी अवधि नहीं होती ये अवधि मुख्यमंत्री को पूरा काम करने का मौका देती है। 20 साल में प्रदेश सरकार ने संविधान के नियमो की अवेहलना हुई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासी हितैषी होने का तमगा लगाने के लिए सरकार बजट से कोई कसर नही छोड़ी है। वहीं जीतू पटवारी ने कहा, आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार मध्यप्रदेश में होता है।

सीधी घटना पर कमलनाथ का बयान

पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सीधी घटना पर बयान जारी कर इस मामले को शर्मनाक बताया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि, प्रदेश के सीधी जिले से एक आदिवासी युवक के साथ हुए अत्याचार का वीडियो सामने आया है। आदिवासी समाज के युवक के साथ ऐसी गिरी हुई हरकत करने वाले का सभ्य समाज में कोई जगह नहीं है। इसके साथ ही कमलनाथ ने कहा कि, प्राप्त जानकारी से पता चला है कि पेशाब करने वाला व्यक्ति बीजेपी से जुड़ा हुआ है।

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कमलनाथ ने कहा कि, ‘मध्यप्रदेश पहले से ही आदिवासियों पर अत्याचार करने में नंबर वन है। अब इस घटना ने एक बार फिर पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया है। इसके आगे उन्होंने कहा, मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि दोषी को सख्त से सख्त सजा सुनाई जाए। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में हो रहें आदिवासियों पर अत्याचार को खत्म किया जाए।

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यूथ कांग्रेस अध्यक्ष का बयान

बता दें कि यह घटना 9 दिन पुरानी है। जिसका वीडियो अब सामने आया है। सीधी जिले में हुई घटना को लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमला बोल रहा है। इसी के चलते यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने भी एक बयान जारी कर कहा, आज बेहत शर्मनाक घटना का विडियो सामने आया है। उन्होंने आगे कहा बीजेपी विधायक का प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला सीधी जिले के एक आदिवासी युवक के चेहरे पर पेशाब करता हुआ नजर आया। ये घटना बीजेपी की मानसिकता दिखाती है। कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि, इस मामले को लेकर सीएम शिवराज और बीजेपी को आदिवासी समाज से माफी मांगनी चाहिए।

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